देहरादून का एक एनजीओ ऐसा भी
यूँ तो सरकारी विद्यालयों की दुर्दशा पर हमेशा से लोग बोलते रहे है, परन्तु देहरादून की एक ऐसी संस्था है, जिसने सरकारी विद्यालयों की दुर्दशा को सुधारने का प्रयत्न शुरू कर दिया है | अपने सपने नामक संस्था ने देहरादून के सरकारी विद्यालयों को मॉडल बनाने का ठाना है | इसी सन्दर्भ में आज उन्होंने एक सरकारी विद्यालय का दौरा किया-
पढ़े संस्था द्वारा जारी विज्ञप्ति
अपने सपने (एन.जी.ओ.) के युवा वोलेंटियर्स की टीम ने संस्था के कार्यलय के पास ही स्थित एक राजकीय माध्यमिक विद्यालय भारुवाला ग्रांट में जाकर वंहा पढने वाले बच्चो से मुलाक़ात की और उनको पढने में आ रही दिक्कतों के बारे में जाना | गौरतलब है की “अपने-सपने” देहरादून में सरकारी विद्यालयों की हो रही दुर्दशा के खिलाफ हो रहे आन्दोलन को समर्थन दे चूका है | इसी कड़ी में संस्था के वोलेंटियर्स ने निश्चय किया है की वह अपने आस-पास के सरकारी विद्यालयों का स्तर ऊँचा उठाने के लिए प्रयास करेंगे | इसी बाबत आज वोलेंटियर्स ने राजकीय माध्यमिक विध्यालय भारुवाला ग्रांट के बच्चो के साथ एक “परिचय सेसन” किया |
जिसका उद्देश्य सर्वप्रथम तो बच्चो को अपना परिचय, संस्था का परिचय, विद्यालय आने का कारण और उसके बाद उन सभी बच्चो का परिचय, पढने में आ रही कठिनाइयो को जनाना रहा | इस परिचय सेसन में बच्चो ने खुलकर अपनी बाते संस्था के वोलेंटियर्स के बीच रखी | किसी बच्चे को संगीत और डांस सीखने की ललक थी तो कोई फुटबाल और क्रिकेट खेलने की सुविधा स्कूल में मिले यह चाहता था | जब वोलेंटियर्स ने बच्चो से उनके सपने पूछे तो तब हस्तप्रभ रह गये जब इस स्कूल के बच्चे भी डॉक्टर, इंजीनियर, बनना चाहते है, किसी को अभिनेता बनना है तो कोई पुलिस फ़ोर्स में जाने का सपना संजो रहा है |
बच्चो से परिचय सेसन करने के बाद सभी वोलेंटियर्स ने विद्यालय के अध्यापिकाओ और स्टाफ से बच्चो के भविष्य को लेकर और समाज में सरकारी स्कूलों के लिए बन रही गलत धारणा को लेकर चर्चा की | उसके बाद वोलेंटियर्स ने अध्यापिकाओ से हर सप्ताह एक दिन के कुछ घंटे बच्चो को अध्यापन के अतिरिक्त अन्य गतिविधियाँ कराने के लिए मांगे, जिसे विद्यालय ने स्वीकार कर लिया | उसके बाद अपने सपने के वोलेंटियर्स ने बच्चो से बातचीत पर आधारित एक सूची बनाई जिसमे ये ध्यान दिया गया की विद्यालय के बच्चे जो बनना चाहते है, उसके लिए इसी समय से उन्हें किन विषयों का ज्ञान होना आवश्यक है | सूची में पांच मुख्य विषय बने-
- योग/मेडिटेशन 2. खेल 3. संगीत/ डांस 4. ड्राइंग/ क्राफ्ट 5. इंग्लिश स्पीकिंग 6. पब्लिक स्पीकिंग/ मोटिवेशन सेमिनार |
सभी वोलेंटियर्स ने विद्यालय से आने के बाद संस्था के कार्यलय एक बैठक की जिसमे सभी वोलेंटियर्स ने इन सभी विषयों पर अपनी विशेषज्ञता के अनुसार बच्चो को सिखाने के लिए अपने विषय चुने –
योगा/ मेडिटेशन – प्रियंका नेगी (मेनेजमेंट स्टूडेंट, ग्राफिक एरा )
खेल- मनीषा (मेनेजमेंट स्टूडेंट, ग्राफिक एरा)
संगीत डांस – कमला, रुपाली ( मेनेजमेंट स्टूडेंट)
ड्राइंग/क्राफ्ट – ममता सेमवाल(इंजीनियरिंग), विकास (पत्रकार)
इंग्लिश स्पीकिंग- रुपाली ( बी.कॉम स्टूडेंट) शेरी (इंजीनियरिंग स्टूडेंट)
पब्लिक स्पीकिंग/ मोटिवेशन- दीपक कोठियाल (सचिव “अपने-सपने”), चन्द्रशेखर कोठियाल (कोषाध्यक्ष “अपने सपने”), अनुराग मुंजाल (इंजीनियरिंग स्टूडेंट, ग्राफिक एरा)
संस्था के अध्यक्ष अरुण कुमार यादव ने संस्था के वोलेंटियर्स द्वारा सरकारी स्कूलों के स्तर में सुधार के लिए इस प्रोजेक्ट की सराहना की गयी | उन्होंने कहा की संस्था का तो ध्येय वाक्य ही यह है की ‘हम लड़ेंगे तब तक- की जब तक अमीर और गरीब के बच्चे को समान शिक्षा का अवसर नही मिलता’ | उन्होंने आगे कहा की यदि हमारे इस अभियान से हम एक सरकारी विद्यालय को भी एक मोडल के रूप में परिवर्तित करने में सफल रहे तो आस-पास के अन्य स्कूलों में भी एक संदेश जाएगा और समाज को भी मान होगा की यदि हम सब चाहे तो बिना सरकार की मदद के भी सरकारी विद्यालयों के स्तर को अपने छोटे छोटे प्रयासों द्वारा सुधार कर सकते है |
संस्था की उपाध्यक्ष प्रियंका अनेजा का भी कहना था की अपने-सपने की ताकत उसके ये कर्मठ वोलेंटियर्स ही है, जिनके कारण संस्था बच्चो की शिक्षा के लिए एक अलग अंदाज में कार्य करती ही जा रही है |
अंत में संस्था के सचिव दीपक कोठियाल ने सभी वोलेंटियर्स से कहा की यदि समाज को यह संदेश चला जाए की सरकारी विद्यालयों में आस-पास के प्रोफेशनल कॉलेजों के इंजीनियरिंग और मेनेजमेंट के छात्र और छात्राए भी बच्चो को पढने में मदद के लिए अपना एक दिन डोनेट करते है तो एक बेहतर संदेश जाएगा | हो सकता है की हमारे इन प्रयासों का एक दम से कोई फल ना मिले, परन्तु दीर्घकाल में इन विद्यालयों की छात्र संख्या बढाने में भी यह बात योगदान दे सकती है | इसी के साथ उन्होंने आज के परिचय सेसन को सफल बनाने के सभी वोलेंटियर्स का धन्यवाद दिया |
राजकीय कन्या पूर्व माध्यमिक विध्यालय की प्रभारी प्रधानाचार्या श्रीमती लक्ष्मी सिंघ्वाल ने भी अपने-सपने के इस अभियान की सफलता की कामना करते हुए, उन्हें धन्यवाद दिया की हम भी चाहते है की समाज में सरकारी विद्यालयों की बन रही खराब छवि में सुधार हो |
इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष अरुण कुमार यादव, उपाध्यक्ष प्रियंका अनेजा, सचिव दीपक कोठियाल, उपसचिव विकास चौहान, कोषाध्यक्ष चन्द्रशेखर, अनुराग, दीप प्रकाश पन्त, प्रियंका नेगी, मनीषा, रुपाली, शेरी, ममता सेमवाल, आदर्श और कमला आदि सम्मलित थे |