बिना किसी कोचिंग के हासिल किया मुकाम, बनी ऑफिसर
करौली | राजस्थान हाई कोर्ट 2021 मुख्य परीक्षा परिणाम मे इस बार अधिक पदों पर बेटियों ने कब्जा कर यह साबित कर दिया है कि वे किसी से कम नहीं हैं | करौली जिले से पहली बार महिला वर्ग की नंदिनी शर्मा का राजस्थान न्यायिक सेवा में चयन हुआ है | यह सफलता परिवार के लिए गौरव सहित ही जिला वार संघ और करौली जिले के लिए भी गौरवमय है | मंगलवार को घोषित परिणाम में कुल 120 चयनित अभ्यर्थियों में से नंदिनी ने 29 वीं रैंक हासिल की है | इस अवसर पर नंदिनी एवं एडवोकेट नवल किशोर शर्मा को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है | शहर के प्रतिष्ठित वकील नवल किशोर शर्मा की पुत्री नंदिनी शुरू से ही प्रतिभावान छात्रा रही है | नंदिनी ने विधि स्नातक में राजस्थान यूनिवर्सिटी को टॉप किया और एलएलबी टॉप करके गोल्ड मेडल प्राप्त किया | इसके बाद भारत की सबसे प्रतिष्ठित नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी बैंगलूर से एलएलएम में टॉप रही | वर्तमान में यूजीसी नेट क्वालीफाई हुई और उसके बाद ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी सोनीपत में लेक्चरर नियुक्त हुई | खास बात यह है नंदिनी ने यह सफलता बिना किसी कोचिंग के स्वयं अध्ययन करके हासिल की है | नंदिनी ने बताया सफलता के लिए कड़ी मेहनत के साथ आत्मविश्वास भी मजबूत होना चाहिए | नंदिनी के पिता का भी आरजेएस बनने का सपना था | लेकिन वह पारिवारिक समस्या के चलते यह मुकाम हासिल नहीं कर पाए और आज नंदिनी ने अपने पिता के सपने को पूरा किया है | नंदिनी ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने दादा और पिता को दिया | जो बचपन से उसे आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते रहते थे | नंदिनी के इस सपने को पूरा करने में कई लोगों ने अहम भूमिका निभाई |