देश का राष्ट्रीय ध्वज आन-बान और शान का प्रतीक : मधु जैन
देहरादून | 75 वां स्वतंत्रता दिवस मनाते हुए मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन की प्रदेश अध्यक्ष मधु जैन ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय डांडीपुर मोहल्ला ध्वजारोहण करते हुए बच्चों को संबोधित करते हुए कहा आज देशभर में आजादी का 75वां साल धूमधाम से मनाया जा रहा है और इसी खुशी को दोगुना करने के लिए ‘हर घर तिरंगा’ कैंपेन शुरू किया है. इसके तहत आम से लेकर खास हर कोई अपने घर पर तिरंगा लगा रहा है. देश का राष्ट्रीय ध्वज आन-बान और शान का प्रतीक है. शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों को शपथ दिलाई गई किससे झंडे का सम्मान बरकरार रहे झंडा कराते हुए बच्चों को झंडा फहराने की विधि के बारे में भी जानकारी दी हर साल स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर झंडा हैं, लेकिन स्वतंत्रता पर गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने में भी होते हैं. दो तरह से झंड़े को फहराया या लहराया जाता है. पहले को ध्वजारोहण कहते हैं और दूसरे को हम ध्वज फहराना कहते हैं. आइए आजादी के 75वें स्वतंत्रता दिवस हम आपको बताते हैं कि इन दोनों के बीच क्या अंतर है ,
ध्वजारोहण और झंडा फहराने में अंतर
देश के इन दो खास मौकों पर राष्ट्रीय ध्वज को फहराया या लहराया जाता है जिसके बीच अंतर होता है. स्वतंत्रता दिवस पर जब ध्वज को ऊपर की तरफ खींचकर लहराया जाता है, तो इसको ध्वजारोहण कहते हैं, जिसे इंग्लिश में कहते हैं. वहीं, दूसरी तरफ गणतंत्र दिवस पर ध्वज को ऊपर बांधा जाता है और उसको खोलकर लहराते हैं, इसे झंडा फहराना कहते है, जिसे अंग्रेजी में कहते है इस मौके पर बच्चों ने कई कविताएं और देशभक्ति के गीत गाए इस मौके पर स्कूल की प्रधानाचार्य मधु सिंह शिक्षिका शांति उनियाल आदि उपस्थित रहे |