दोनों हाथ नहीं , संघर्ष रखा जारी, टेलर का बेटा बन गया पटवारी
पहचान कोना | कहते हैं कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती | कुछ ऐसा ही कर दिखाया है देवास के अमीन खान ने | अमीन के दोनों हाथ नहीं हैं | बावजूद इसके अमीन ने मेहनत कर नहीं छोड़ी | अपनी कमी को उन्होंने ताकत बनाय | पढ़ाई का जुनून तो पहले से ही था | फिर कड़ी मेहनत से सोनकच्छ के पीपलरावां के रहने वाले आमीन ने पहले ही कोशिश में परीक्षा पास कर ली | घरवालों का साथ मिला और अब अमीन पटवारी बन गए | उनकी इस सफलता की कहानी की हर तरफ काफी चर्चा हो रही है | दरअसल, देवास जिले के सोनकच्छ तहसील की नगर परिषद पीपलरावां में रहने वाले युवक के दोनों हाथ नहीं है | बावजूद इसके उन्होंने पटवारी की परीक्षा देकर उसे पहली ही बार में पास कर ली | पीपलरावां के रहने वाले आमीन खान की उम्र महज 30 साल है | जब वह जन्मे थे तभी से ही उनके दोनों हाथ नहीं थे | बावजूद इसके आमीन ने विकट परिस्थितियों में भी दुनियादारी देखते हुए अपनी जिंदगी गुजारी है | आमीन बताते हैं कि पढ़ाई में उनका बचपन से ही विशेष मन था और घरवालों की मदद से वे लगातार मेहनत कर इस मुकाम पर पहुंचे हैं | आमीन के दोनों हाथ नहीं है, लेकिन उनका परिवार आज उनके साथ हैं | मेहनत के जुनून के चलते हैं उन्होंने पटवारी की परीक्षा पास की है | आमीन अपने दोनों पैरों से ही अपना काम करते हैं | आमीन ने लिखना भी दोनों पैरों से ही सीखा है | वे कंप्यूटर चलाना भी पैरों से ही करते हैं और अपने दिनचर्या का अधिकतर काम पैरों से करते हुए यहां तक पहुंचे हैं | आमीन के पिता इकबाल मंसूरी टेलरिंग का काम करते हैं. उनकी आर्थिक स्थिति भी कमजोर है |