फर्जी भर्ती सेंटर का भंडाफोड़, महिला सहित चार गिरफ्तार
हरिद्वार। फर्जी भर्ती सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने एक महिला सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों का एक साथी फरार है जिसकी तलाश की जा रही है। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने फर्जीवाड़े में प्रयुक्त तीन कार, 90 हजार की नगदी सहित अन्य सामान भी बरामद कर लिया है। आरोपियों के खिलाफ हरिद्वार के विभिन्न थानों में कई केस दर्ज है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि पिछले दिनो पुलिस को सूचना मिली कि हरिद्वार के देहात (लक्सर) क्षेत्र में सक्रिय गैंग द्वारा कई बेरोजगारों को विभिन्न सरकारी विभागों में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की रकम ऐंठी जा रही है। पता चला कि इस गैंग द्वारा शहर के नामी होटलों में फर्जी तरीके से इंटरव्यू लेकर लोक सेवा आयोग तथा अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के फर्जी नियुक्ति पत्र दिए जा रहे है। बताया कि यह गिरोह विभिन्न विभागों में 10 प्रतिशत विभागीय कोटा बताकर बेरोजगारों को नौकरी का झूठा लालच देता था और फिर प्रत्येक से पाँच से दस लाख रूपये लेकर नौकरी दिलाने के नाम पर उसके साथ फर्जीवाड़ा किया करते थे।।बताया कि इस मामले में कोई शक न करे इसलिए पहले नामी होटलों में बेरोजगारों को इंटरव्यू के नाम पर बुलाकर लाखों रुपयों की डिमांड की जाती थी। रकम मिलने पर लोक सेवा आयोग उत्तराखण्ड तथा अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के तहत अन्य विभागों से सम्बन्धित नौकरियों के फर्जी नियुक्ति पत्र जारी किए जाते थे। जब इनके द्वारा फर्जी नियुक्ति पत्र देने पर बेरोजगारों द्वारा संबंधित विभाग में जाकर जानकारी करने पर वहां ऐसी कोई जॉब न होने की बात वापस इनसे कही जाती थी तब इनका कहना होता था कि इन 10 प्रतिशत विभागीय कोटा कि कोई परीक्षा नहीं होती यह पद विभाग द्वारा अलग से भरे जाते हैं। जिस कारण बेरोजगारों में भ्रम की स्थिति बनी रहती थी और लोग आसानी से इनकी धोखाधड़ी का शिकार हो जाते थे। बताया कि इसके साथ ही गिरोह ने अपना रौब दिखाने के लिये दो गार्ड मय आर्मी वर्दी 8 हजार रूपये प्रतिमाह के वेतन पर रखे गये थे। बताया कि इस गिरोह के विरूद्ध जनपद हरिद्वार के विभिन्न थानों में मामला संज्ञान में आते ही धोखाधड़ी की गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं।