केजरीवाल देंगे संयोजक पद से इस्तीफा, कुमार विश्वास, संजय सिंह और आशुतोष संयोजक पद की रेस में सबसे आगे |
यदि एक अंग्रेजी वेबसाईट की बात पर यकीन करे तो उसके अनुसार आम आदमी पार्टी की 28 मार्च को होने वाली राष्ट्रीय परिषद की बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रिय संयोजक अरविंद केजरीवाल संयोजक पद से इस्तीफा दे सकते हैं। उसी बैठक में कुछ दिन पहले पी.ए.सी. से बाहर निकाले गये योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पार्टी से भी बाहर किया जा सकता है। वेबसाइट के मुताबिक, राष्ट्रीय परिषद की बैठक में संजय सिंह, कुमार विश्वास या आशुतोष में से किसी एक के नाम पर राष्ट्रिय परिषद मोहर लगा सकती है |
गौरतलब है की अरविंद केजरीवाल अपना इलाज कराके सोमवार के दिल्ली वापस लौट आए। सभी लोग यही मान रहे थे कि केजरीवाल की वापसी के बाद आप में हो रही गुटबाजी पर कोई सकारात्मक कदम उठाया जाएगा । सोमवार को योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने अरविंद केजरीवाल को एसएमएस भेजा था और मुलाकात के लिए वक्त मांगा था। उन्हें अरविंद केजरीवाल ने जल्द ही मुलाकात की बात कही है।
मंगलवार को इसके उलट केजरीवाल ने मुलाकात के बजाय आशुतोष, संजय सिंह, कुमार विश्वास, और आशीष खेतान को योगेंद्र यादव , प्रशांत भूषण से बातचीत के लिए नियुक्त किया। केजरीवाल का ये फैसला भूषण को पसंद नहीं आया और उन्होंने उन नेताओं से मुलाकात से मना कर दिया। आप नेताओं के बीच समझौते के आसार कमजोर पड़ने के बाद 28 मार्च की राष्ट्रीय परिषद की बैठक पार्टी के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हो गई है। माना जा रहा है कि उस बैठक में कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं।
देखने वाली बात अब यह होगी की क्या केजरीवाल पार्टी पर छाए संकट के बादलो को हटा पाएंगे, या पार्टी गुटबाजी का शिकार होकर अंदरूनी कलह में ही उलझी रहेगी |
ये तथ्यों से परे और आधारहीन है । योगिंदर और प्रशांत से आजकल में बात हो जाएगी । बाहर निकालने की बात बेकार है । कुल मिलकर ये बेकार का जुमला फेंका है ।
अगर ऐसा कुछ हुवा तो पार्टी एक छेत्रीय पार्टी में बदल जायेगी और लोगों की आशा पर तुषारापात होगा।
यह आम आदमियों की पार्टी है किसी एक आदमी या गुट की नहीं।
लग रहा है कि दिल्ली के सदस्यों में एक झूठे अहंकार ने घर कर लिया है जिसके तहत वे अपने आप को कुछ ज्यादा ही समझदार समझने लगे हैं और पूरे भारत के कार्यकर्ताओं को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। यही अहंकार नाश कर देगा पार्टी को।
अरविंद बचो इस अहंकार से और बचावों पार्टी और आम लोगों को।