किसान की बेटी ने पहले प्रयास में किया यूपीएससी क्रैक, जानिए खबर
बांदा | कभी-कभी परिवार की भलाई के लिए कड़े फैसले लेने पड़ते है और कभी-कभी कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है’,इस बात को पूरी तरह से सही साबित किया है बांदा जिले के पचनेही गांव के किसान अनिल अवस्थी ने, जिन्होंने आज से करीब 22 साल पहले अपनी बच्चों को पढ़ाने के लिए गांव छोड़कर लखनऊ आने का फैसला किया था। एक किसान के लिए आसान नहीं था शहर जाकर अपने बच्चों की परवरिश करना लेकिन फिर भी अनिल अवस्थी ने अपने चारों बच्चों के भविष्य के लिए ये बड़ा कदम उठाया और आज कुदरत ने उन्हें उनके इस त्याग का खूबसूरत इनाम दिया है। राधा की सफलता साबित करती है कि सच्ची लगन और मेहनत के साथ अगर आप काम करें तो सक्सेस आपको हर हालत में मिलकर रहेगी और सफलता किसी की बपौती नहीं है। आपको बता दें कि लखनऊ से बीएसएसी करने के बाद राधा केंद्रीय विद्यालय सागर से एमटेक की पढ़ाई कर रही थीं और साथ ही उन्होंने यूपीएससी की भी तैयारी भी शुरू कर दी, वो रोजाना 6-7 घंटे पढ़ाई करती थी, उन्होंने एक टफ टाइमटेबल फॉलो किया जिसका नतीजा आज सबके सामने है।