पहचान : ढोल वादक सोहन लाल को मिली डॉक्टरेट की मानद उपाधि
श्रीनगर। कोरोना के दो साल बाद आज ऑफलाइन मोड में गढ़वाल केन्द्रीय विवि का 10वां दीक्षांत समारोह बड़ी धूम धाम से मनाया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष डॉक्टर राजीव कुमार और विश्वविद्यालय चांसलर डॉक्टर योगेंद्र नारायण भी मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति अन्नपूर्णा नौटियाल ने की। इस दौरान विवि के 59 होनहार टॉपर छात्रों को गोल्ड मेडल से नवाजा। जिसमें 14 गोल्ड मेडल दानदाताओं द्वारा दिये गए, जबकि 45 गोल्ड विवि द्वारा प्रदान किये गए। गढ़वाल केन्द्रीय विवि के 10वें दीक्षांत समारोह में भी लड़कियां लड़कों पर भारी पड़ी। 59 गोल्ड मेडल में 35 गोल्ड मेडल छात्राओं ने झटके। रुड़की बीजीएमएस कॉलेज की संस्कृत की छात्रा महिला सोनी ने पांच गोल्ड मेडल अपने नाम किये। उन्होंने संस्कृत में पोस्ट ग्रेजुएशन में टॉप स्थान प्राप्त किया। आज आयोजित हुए समारोह में 328 छात्र छात्राओं को ऑफलाइन डिग्री दी गयी। जिसमें से पीएचडी के 82, पीजी के 246 छात्रों को डिग्री दी गयी। जबकि, यूजी में 4531 यूजी ग्रेजुएट, 246 पीजी, 150 पीएचडी छात्रों को डिग्री दी जाएगी। कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्य अतिथि डॉक्टर राजीव कुमार ने कहा कि उत्तराखंड में रोजगार के अपार सम्भावनायें हैं। युवाओं को तकनीक के साथ मिलकर कार्य करने के जरूरत है। आज हर क्षेत्र में लड़कियां आगे बढ़ रही हैं। 10वें दीक्षांत समारोह के मौके पर प्रसिद्ध ढोल वादक सोहन लाल को गढ़वाल केन्द्रीय विवि ने डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया। ऐसा पहली बार हो रहा है जब प्रदेश के पारंपरिक वाद्य यंत्रों के जानकार को इस तरह से मानद उपाधि से सम्मानित किया जा रहा हो। इससे पूर्व गढ़वाल केन्द्रीय विवि सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, प्रसिद्ध लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी को भी डॉक्टरेट की मानद उपाधि से समानित कर चुका है। तीसरी बार ये सम्मान लोक संस्कृति को संवारने के लिए सोहन लाल को दिया गया। इस दौरान सोहन लाल के साथ उनकी धर्म पत्नी कोसी देवी भी मौजूद रहीं।