पहचान : डॉ विरेन्द्र सिंह रावत को मिला इंडियन ग्लोरी अवार्ड
देहरादून | जिस इंसान ने पूरा जीवन समर्पित किया हुआ है उत्तराखंड के राज्य खेल फुटबाल के विकास के लिए, अपना शरीर को कड़ी मेहनत से काला कर डाला 25 साल से गर्मी, बरसात, जाड़ा हो हर मौसम सह रहे है लेकिन आज भी वही जोश उम्र 55 साल की उम्र मे भरपूर जोश युवाओं के लिए प्रेरणा श्रोत है डॉ रावत | रात दिन केवल खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए लगे रहते है नशे से दूर कर रहे स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर रहे है राज्य खेल के लिए डॉ रावत ने नौकरी छोड़ी, कर्ज लिया, जेल गए, जमीन बेची, शोषण सहा और कई बार घायल हुए लेकिन जीवन मे हार नहीं मानी और हर वर्ष समस्त भारत वर्ष से अनगिनत स्टेट, नेशनल और इंटरनेशनल अवार्ड से सम्मानित किया जा चूका है डॉ रावत को कीटस क्राफ्ट प्रोडक्शन लुधियाना पंजाब सरकार के फाउंडर डायरेक्टर नीरज गोयल, विद्या सागर कॉलेज ऑफ़ वुमेन कलकत्ता की प्रिंसिपल सुतापया रॉय, डायरेक्टर राहुल रॉय के द्वारा ऑनलाइन अवार्ड से नवाजा गया आज के दिन डॉ रावत ने तह दिल से धन्यवाद दिया जूरी को और कहा ये अवार्ड समस्त उत्तराखंड और हिंदुस्तान के समस्त खिलाड़ियों के लिए समर्पित है जिन्होंने खेल को जीवन का अभिन्न अंग माना है और हमेशा स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहते है नशे से दूर, फ़ास्ट फूड से दूर, गलत संगत से दूर रहते है और हमेशा सकारात्मक रहते है जो समाज के हित के लिए नय नित कार्य करते रहते है डॉ रावत अपनी देहरादून फुटबाल एकेडमी विगत 14 साल से चला रहे है एकेडमी मे उचित कार्य करने पर देहरादून फुटबाल एकेडमी का नाम उत्तराखंड के यू के एस एस एस सी / यू के पी एस सी के करेंट अफेयर्स मे अंकित हुवा है और इससे पूर्व भी डॉ विरेन्द्र सिंह रावत का नाम भी उत्तराखंड लोक सेवा आयोग मे भी नाम अंकित हुआ है |