पहचान : हिमालयी नारी शक्ति सम्मान से महिलाएं सम्मानित
देहरादून। यूसर्क द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम के अंतर्गत समाजसेवी गीता धामी द्वारा यूसर्क के द्वितीय महिला प्रयोग धर्मी सम्मान एवं दिव्य हिमगिरि के हिमालयी नारी शक्ति सम्मान प्रदान किए गए। उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) द्वारा सोसायटी फॉर रिसर्च एंड डेवलपमेंट इन सांइस टेक्नोलॉजी के संयुक्त तत्वाधान में द्वितीय विज्ञान प्रयोग धर्मी महिला सम्मान 2023 एवं पांचवा हिमालयी नारी शक्ति सम्मान 2023 का आयोजन देहरादून स्थित संस्कृति विभाग के ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए यूसर्क की निदेशक प्रोफेसर अनीता रावत ने अपने संबोधन में कहा कि यूसर्क द्वारा उत्तराखंड राज्य की महिलाओं के स्वरोजगार एवं उद्यमशीलता को बढ़ाने के लिए विशेष प्रयासों के अंतर्गत राज्य के विभिन्न स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं जिनमें 10 उद्यमिता विकास केंद्रों की स्थापना की गई है। प्रोफेसर अनीता रावत ने कहा कि राज्य के विद्यार्थियों में वैज्ञानिक चेतना के विकास एवं उद्यमशीलता को बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य के सभी जिलों में कुल 26 प्रयोगशालाओं एवं 130 विज्ञान चेतना केंद्रों की स्थापना की गई है।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि समाजसेवी गीता धामी ने कहा कि आज हमारे देश की महिलाएं आगे बढ़ते हुए प्रदेश एवं देश का नाम रोशन कर रहीं हैं और हम सभी के लिए प्रेरणा की स्रोत हैं जिन पर हम सभी को बहुत गर्व है। गीता धामी ने कहा कि यूसर्क द्वारा राज्य में विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान की दिशा में बहुत अच्छा कार्य कर रहा है। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं अपने स्वरोजगार के साथ साथ अन्य लोगों को भी रोजगार प्रदान कर रहीं हैं और सरकार की नीतियों से लाभान्वित हो रही हैं और आत्म निर्भर बन रहीं हैं। कार्यक्रम के अंतर्गत स्टार्टअप्स में महिलाओं की भूमिका विषय पर आयोजित तकनीकी सत्र की मुख्य अतिथि नितिका खंडेलवाल (आईएएस), निदेशक आईटीडीए एवं अपर सचिव ग्राम्य विकास ने रूरल इनक्यूबेटर बिजनेस पर विशेष रूप से फोकस करते हुए कहा कि राज्य की महिलाओं को स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए रूरल इनक्यूबेटर बिजनेस की मुख्य भूमिका होगी। इस सत्र की अन्य पैनलिस्ट के रूप में उत्तराखंड सेंटर सीआईआई की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गर्ग, महिला उद्यमी डॉ बीनू भदौरिया, उत्तराखंड स्किल डेवलपमेंट सोसाइटी की उपनिदेशक चंद्रकांता एवं सेंटर फॉर आइडिया इन्नोवेशन एंड एनवायरनमेंट ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय की निदेशक डॉ रीमा पंत ने अपने अपने अनुभव साझा करते विचार रखे और पैनल डिस्कशन में भाग लिया। इस सत्र का संचालन डॉ प्राची कंडवाल ने किया। दूसरे तकनीकी सत्र एजुकेशन में महिलाओं की भूमिका में पैनलिस्ट के रूप में एम्स ऋषिकेश की प्रोफेसर मनीषा नैथानी, डी आई टी यूनिवर्सिटी की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ बृजलता चैहान एवं डॉ मंजू सुंदरियाल ने प्रतिभाग किया एवं अपने अपने अनुभव साझा किया। कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि देहरादून नगर निगम के मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि हमारे देश के हर क्षेत्र में महिलाओं का विशेष योगदान है जो हम सभी के लिए बहुत गर्व का विषय है।
यह हुए सम्मानित
पूनम देवी, अलकनंदा कृषि व्यवसाय, हार्क संस्था, जिला चमोली, संगीता देवी, अलकनंदा कृषि व्यवसाय, हार्क संस्था, जिला चमोली, शांति कोठारी, हिमालयन ग्राम विकास समिति, गंगोलीहाट, जिला पिथौरागढ़, रमा भट्ट, हिमालयन ग्राम विकास समिति, गंगोलीहाट, जिला पिथौरागढ़, गंगा बिष्ट, अलख स्वायत्त सहकारिता संस्था, जिला नैनीताल, बसंती बिष्ट, अलख स्वायत्त सहकारिता संस्था, जिला नैनीताल शामिल हैं। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहीं 30 अन्य महिलाओं को दिव्य हिमगिरि संस्था के पांचवें हिमालय नारी शक्ति सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मानित होने होली महिलाओं में प्रेमलता बहन, आस फाउंडेशन, डॉक्टर अल्का पांडेय, अध्यक्ष देहरादून खड़ी बोर्ड, डॉक्टर बीनू भदौरिया, डायरेक्ट ओजस एनिमल फीड्स, डॉक्टर प्राची चंद्र कंडवाल, अरोग्यधाम हॉस्पिटल, रूपा सोनी, आचार्य वर्षा उंजजं, डॉक्टर श्रीदेवी रायचूर, निबिदिता गांगुली, वंदना शर्मा, स्वेता भट्ट, डॉक्टर मंजू सुंदरियाल, वैद्य मेघा बहुगुणा, संचालक वैद्य कुलम, वैद्य शिखा प्रकाश, अल्का जोशी, आशू सत्विका गोयल, नूतन जोशी, शालिनी सहनी, आदि शामिल थी।