लेखक विनय निरंजन के उपन्यास ‘नछत्तर’ का हुआ लोकार्पण
रांची | लेखक विनय निरंजन के उपन्यास ‘नछत्तर’ का लोकार्पण आज राष्ट्रीय पुस्तक मेला रांची में सम्पन्न हुआ। साहित्य विमर्श प्रकाशन द्वारा प्रकाशित उपन्यास ‘नछत्तर’ 1992 में हुए दंगों की कहानी है जिसने हमारे देश पर तो असर डाला साथ ही पड़ोसी मुल्क भी उससे अछूता नहीं रहा था। स्वागत वक्तव्य देते हुए लेखक विनय निरंजन ने उपन्यास की कथावस्तु के ऊपर रोशनी डाली। उन्होंने बताया कि यह उपन्यास 1992 के भीषण दंगे पर आधारित है जिसमें उपन्यास के मुख्य किरदार रवि और नूर दंगे में फँसे लोगों को सुरक्षित अपने घर तक पहुँचाने का कार्य करते हैं। किस तरह किसी घटना को अपने निजी राजनीतिक और आर्थिक फायदे के लिए लोग प्रयोग करते हैं इसका चित्रण उन्होंने किया है। वहीं उपन्यास यह भी दर्शाता है कि कैसे व्यक्ति अपनी इच्छाशक्ति से ग्रह नक्षत्रों द्वारा विदित किस्मत को भी पलट देता है।
बच्चों की शिक्षा हेतु घर-घर पुस्तक अभियान
बरकट्ठा विधायक अमित कुमार यादव इस मौक़े पर उपस्थित होकर पुस्तक के लेखक को बधाई देते हुए अपने विधानसभा में बच्चों की शिक्षा हेतु घर-घर पुस्तक अभियान चलाने की बात की जो एक अच्छी पहल है।इस मौक़े पर आनंद शांडिल्य जी ने कहा कि इस उपन्यास का केंद्रीय पात्र रवि है जिसके इर्द-गिर्द सारी कहानी चलती है। डॉ. जे. बी. पाण्डेय ने कहा कि इस उपन्यास में एक गूढ़ रहस्य छिपा है जिसे लेखक ने इस कहानी के माध्यम से उजागर किया है। अंधविश्वास से भरे उमाशंकर को रवि की मेहनत ने दूर किया। संतोष कुमार रंजन ने लेखक को शुभकामना दी। सत्र का कुशल संचालन अशोक कुमार प्रमाणिक ने तथा धन्यवाद ज्ञापन दिलीप कुमार बर्णवाल ने किया। इस अवसर पर उनके परिवार से लेखक की माताजी रेखा देवी, प्रभात कुमार, नमिता चन्द्रा, स्वाति चंद्रा, अमन सागर आदि उपस्थित रहे। साथ ही, फादर डॉ. फ्लोरेंस पूरती, ओम प्रकाश आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।ब ताते चलें ‘नछत्तर’ लेखक विनय रंजन का दूसरा उपन्यास है। विनय फिलहाल मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में निर्देशक और स्क्रिप्ट राइटर के रूप में अपना सक्रिय योगदान दे रहे हैं।