आप ने सरकार के निर्णय का किया स्वागत
देहरादून। स्मार्ट सिटी के दूसरे चरण के प्रस्ताव के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जनता की राय को प्राथमिकता दिए जाने के फैसले का आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता अनूप नौटियाल ने स्वागत किया है। साथ ही उन्होंने इस विषय पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा है कि यदि सरकार ने पहले ही जनता की आवाज को सुना होता तो एक बार फिर नए सिरे से मेहनत नहीं करनी पड़ती और न ही स्मार्ट सिटी के लिए प्रथम चरण के प्रस्तावों 97/97वां नंबर हासिल होने पर शर्मशार होना पड़ता। अनूप नौटियाल ने देहरादून स्मार्ट सिटी के लिए 15 अप्रैल तक केंद्र को भेजे जाने वाले संशोधित प्रस्ताव पर आमजन की राय को प्राथमिकता दिए जाने को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में प्रदेश सरकार जनता की राय को जाने बिना ही चाय बागान की जमीन पर स्मार्ट सिटी बनाने पर अड़ी थी। विकास के नाम पर किसी भी परियोजना को जनता पर थोपा जाना किसी भी नजरिए से ठीक नहीं है। अनूप नौटियाल ने इंटरनेट के माध्यम से स्मार्ट सिटी मसले पर जनता की राय मांगे जाने पर भी सवालिया निशान लगाते हुए कहा है कि यह जरूरी नहीं है कि हर व्यक्ति इंटरनेट के जरिए ही अपनी राय दे पाए। इस लिए यह महत्वपूर्ण है कि व्यक्तिगत रूप से भी इस विषय पर लोगों के सुझाव मांगे जाएं। इंटरनेट पर जनता की राय को लेकर किए जाने वाले सवालों की भाषा सरल एवं हिन्दी और अंग्रेजी दोनों माध्यमों में हो। इसके अलावा देहरादून स्मार्ट सिटी के लिए सरकार द्वारा चयनित की गई चाय बागान की भूमि पर वहां रोजगार से जुड़े श्रमिकों और आस-पास के प्रभावित होने वाले गांवों के लोगों की राय को शामिल लिया जाना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में सबसे अहम बात यह है कि किसी भी परियोजना के लिए चयनित क्षेत्र के प्रभावितों की राय और उनकी परेशानियों को मिलबैठकर सुना जाना बहुत जरूरी है। प्रदेश के नैनीसार, पोखड़ा आदि स्थानों पर भी भूमि अधिग्रहण के मामलों में स्थानीय लोगों की राय को नजरअंदाज किया जाना प्रदेश के विकास की राह में बाधा बना हुआ है।