उत्तराखंड क्रिकेट : बीसीसीआई मान्यता जल्द
देहरादून | मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखंड राज्य की सभी मौजूद क्रिकेट एसोसिएशनों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उत्तराखंड राज्य में अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में प्रस्तावित रणजी ट्रॉफी मैच को सफलतापूर्वक संचालित करने हेतु एक कोआर्डिनेशन कमेटी बनाने पर सहमति बनी। कमेटी में मौजूदा सभी संगठनों के एक-एक सदस्य को सम्मिलित करने पर भी सहमति बनी। कमेटी में दिव्य नौटियाल, चंद्रकांत आर्य, पीसी वर्मा, राजेंद्र पाल और संजय गुसाईं के नाम संगठनों की ओर से शामिल किए जाएंगे। इसके साथ ही सभी संगठनों के द्वारा संयुक्त रुप से हस्ताक्षरित एक अनापत्ति पत्र भी बीसीसीआई को भेजा जाएगा, जिससे देहरादून में आयोजित होने वाले रणजी ट्रॉफी मैच के आयोजन में कोई समस्या ना हो। मुख्यमंत्री ने सभी क्रिकेट एसोसिएशन का धन्यवाद करते हुए उनसे आह्वान किया कि वह राज्य हित में और प्रदेश के उभरते हुए युवा क्रिकेट खिलाड़ियों के हित में एक होकर उत्तराखंड राज्य का एक क्रिकेट एसोसिएशन बनाने के लिए सहायता करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के बहुत से क्रिकेट खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन कर रहे हैं, परंतु राज्य की अपनी क्रिकेट टीम ना होने के कारण वे उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व नहीं कर पाते हैं। बहुत से युवा खिलाड़ियों को अन्य राज्य की क्रिकेट एसोसिएशने अपनी टीमों में खेलने भी नहीं देती हैं। इन सब का मुख्य कारण यह है कि उत्तराखंड की अपनी कोई एक क्रिकेट एसोसिएशन नहीं है जिसे बीसीसीआई द्वारा मान्यता मिली हो। खेल मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि राज्य के लिए यह एक सुनहरा अवसर है जब राज्य को किसी रणजी ट्रॉफी मैच की मेजबानी करने का अवसर मिला है। खेल मंत्री ने भी सभी एसोसिएशनो के पदाधिकारियों से उत्तराखंड के हित में एकजुट होकर रणजी ट्रॉफी मैच को सफलतापूर्वक आयोजित कराने का आह्वान किया। बैठक में मुख्य सचिव एस. रामास्वामी, खेल सचिव हरबंस सिंह चुघ, खेल निदेशक प्रशांत कुमार एवं उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन, यूनाइटेड क्रिकेट एसोसिएशन, उत्तरांचल क्रिकेट एसोसिएशन और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के पदाधिकारी उपस्थित थे।