उत्तराखंड : राज्यपाल ने जरूरतमंद बच्चो एवं वृद्धजन के बीच बिताये समय
देहरादून/बागेश्वर। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने उत्तराखण्ड की काशी कही जाने वाली सरयू गोमती के तट पर स्थित बागेश्वर में बागनाथ मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की और देश की सुख समृद्धि की कामना की। उन्होंने इस अवसर पर मंदिर से जुड़े पुजारियों एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों से मंदिर के इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर मंदिर समिति व गणमान्य व्यक्तियों के द्वारा राज्यपाल को प्रतीक चिन्ह व कलश भेंट किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आस-पास के क्षेत्र का सौन्दर्यीकरण के साथ-साथ बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए वाहनों के खड़े होने के लिए पार्किंग स्थलों को विकसित किया जाय। उन्होंने कहा कि यहाॅ पर पर्यटन सम्बन्धी अनेक कार्य किये जा सकते है जिसके लिए एक ठोस कार्ययोजना तैयार कर ली जाय। उसके पश्चात उन्होंने अनेक लोगों से वार्ता की। इसके उपरान्त, राज्यपाल नीलेश्वर स्थित राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय व वृद्धा आश्रम में पहुॅची। इस अवसर पर उन्होंने वहाँ रह रहे बच्चों से भी वार्ता की और उन्हें फल, कपड़े भी वितरित किये। उन्होंने कहा कि समाज के निर्बल, असहाय व वृद्धजनों की सेवा करने का हमें संकल्प लेना होगा तभी हमारा जीवन सार्थक माना जायेगा। इस अवसर पर उन्होंने वहाॅ पर रह रहे बच्चों को और वृद्धजनों को कपड़े एवं कम्बल भी वितरित किये। भोजनालय एवं अन्य परिसरों का निरीक्षण करने पर सभी व्यवस्थायें ठीक पाये जाने पर राज्यपाल ने संतोष व्यक्त किया। राज्यपाल ने गणमान्य व्यक्तियों से अपील की कि वे स्वतः सद्भावनाओं से समाज के इन वर्ग के लोगों को यथासम्भव सहायता दें। उन्होंने आश्रम में बच्चों को कहा कि अच्छा चरित्रवान व संस्कारवान बनना आवश्यक है। माता पिता एवं गुरूजनों व अपने से बड़े लोगों का आदर करें। तद्पश्चात राज्यपाल ने लो.नि.वि. निरीक्षण भवन बागेश्वर में आम जनता एवं जनप्रतिनिधियों व गणमान्य व्यक्तियों से मुलाकात की और उनकी समस्यायें सुनी। उन्होंने कहा कि बागेश्वर स्वच्छता में प्रथम स्थान पर है। नगर क्षेत्र के भ्रमण के दौरान क्षेत्र की स्वच्छता की प्रशंसा की। तथा आम जनता से अपील की कि स्वच्छता एवं अन्य विकास कार्यों में सम्बन्धित अधिकारियों का सहयोग प्रदान करें ताकि किये जा रहे विकास कार्यों को समय से धरातल पर लाया जा सके।
उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि बेटियों को बचाने और उन्हें उच्च मुकाम तक पहुॅचाने के लिए पढ़ाई के क्षेत्र में सहयोग प्रदान करें। उन्होंने गरीब निर्बल व असहाय लोगों को आम जनता से सहयोग प्रदान करने को कहा। राज्यपाल ने वृक्ष प्रेमी किशन सिंह मलड़ा के द्वारा किये जा रहे वृक्षारोपण के कार्यों की सराहना की और उन्हें सम्मानित करते हुए उन्हें वृक्ष पुरूष की उपाधि दी। उन्होंने कहा कि इस तरह से भविष्य में भी निरंतर कार्य करते रहें तथा अन्य युवाओ को भी उनसे प्रेरणा लेनी होगी। उन्होंने इस दौरान प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय के सम्बन्ध में जनपदस्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो भी पात्र व्यक्ति हो उसे योजना का लाभ देना सुनिश्चित करें। कहा कि उत्तराखण्ड सहित जनपद बागेश्वर को पाॅलीथिन मुक्त बनाना है इसलिए पाॅलीथीन का उपयोग कतई न हो, सामग्री ले जाने हेतु कपड़े का थैली का प्रयोग करने को कहा। उन्होंने कहा कि जो भी प्रत्यावेदन आज प्राप्त हुए है जिलाधिकारी को कहा कि इन प्रत्यावेदनों पर यथाशीघ्र कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। इसके बाद राज्यपाल आर.सी.टी. भवन कठायतबाड़ा में महिला किसान संगोष्ठी में गयी। वहाॅ महिला किसानों से सीधे संवाद करते हुए उनके द्वारा किये जा रहे गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की और कृषि के क्षेत्र में नये नये प्रयोगों से खेती करने को कहा ताकि स्वरोजगार के साथ-साथ आजीविका व आर्थिक स्थिति को भी मजबूत किया जा सके।