उत्तराखंड : राष्ट्रीय शीतकालीन खेलों का हुआ आगाज, 16 राज्यों के खिलाड़ियों ने दिखाया दम
देहरादून/चमोली/गोपेश्वर। चमोली जिले के जोशीमठ में स्थित प्रसिद्ध हिमक्रीड़ा स्थली औली में सोमवार को राष्ट्रीय शीतकालीन खेलों का आगाज हो गया। प्रदेश के मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय शीतकालीन खेलों का शुभारंभ किया। पर्यटन विभाग, गढ़वाल मंडल विकास निगम, आईटीबीपी और उत्तराखंड स्कींइग एंड स्नो बोर्ड एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हो रहे तीन दिवसीय खेल प्रतियोगिताओं में देश के 17 राज्यों के 250 खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं। दो साल बाद औली में आयोजित हो रहे राष्ट्रीय शीतकालीन खेलों के लिए इस बार मौसम भी मेहरबान है। अच्छी बर्फबारी होने से खिलाड़ियों के चेहरे पर चमक देखने को मिल रही है। खिलाड़ियों और आयोजकों को उम्मीद है कि पर्याप्त मात्रा में पड़ी बर्फ के कारण प्रतियोगिता बढ़िया होगी। औली में सभी खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने कहा कि उत्तराखंड राज्य अपनी पावन धरती एवं प्राकृतिक सुंदरता वाले क्षेत्रों के कारण संपूर्ण भारतवर्ष के अन्य राज्यों में अपना एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। मुख्य सचिव ने कहा कि भारत के विभिन्न राज्यों से प्रतिभागियों द्वारा यहां प्रतिभाग किया गया। निर्वाचन आयोग से प्रतियोगिता आयोजित कराने की स्वीकृति मिलने के बाद आयोजक जीएमवीएन, आईटीबीपी, पर्यटन व स्पोर्ट्स एसोसिएशन द्वारा बहुत कम समय में काफी अच्छी तैयारी की है। इस प्रकार के आयोजन अधिक से अधिक हो ताकि देश का युवा अनेक स्पर्धाओं में प्रतिभाग कर सके। जिससे राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल लेकर देश का नाम रोशन कर सके। औली में तमिलनाडु, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों से 250 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया है। उन्होंने कहा कि औली में हवाई सेवा को बढ़ावा देने के लिए उड़ान योजना के साथ अन्य योजनाओं के विस्तार के लिए भारत सरकार और प्रदेश सरकार के साथ मिलकर काम किया जाएगा। जिससे औली में हवाई सेवा को बढ़ावा मिलने से देश भर के खिलाड़ी आसानी से यहां पहुंच सकेंगे। इसके साथ ही आने वाले समय में यहां और अधिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। जिससे देश के अधिक से अधिक खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच उपलब्ध कराया जा सकेगा। इसके अलावा औली में अवस्थापना सुविधाओं (इंफ्रास्ट्रक्चर) को बढ़ाने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है। साथ ही शीतकालीन खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के अन्य जगहों को भी शीतकालीन खेलों के तैयार किया जाएगा, जहां सर्दियों के दिनों में बर्फबारी अच्छी होती है। पर्यटन विभाग के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक पर्यटन) कर्नल अश्विनी पुंडीर ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से उत्तराखंड देश में सबसे उपयुक्त और महत्त्वपूर्ण स्थान है। प्रदेश में साहसिक खेलों की अपार संभावनाएं हैं। उत्तराखंड साहसिक एवं रोमांचक खेलों के लिए एक बेहतरीन स्थान है। हमारा प्रयास है कि हम पर्यटन की अन्य गतिविधियों के अलावा यहां वर्ष भर साहसिक पर्यटन की गतिविधियों को संचालित कर स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध करवा सकें। ये विंटर गेम्स 9 फरवरी तक चलेंगे।