उपेक्षा पर तीर्थ पुरोहितों में रोष, जानिए खबर
टिहरी/देवप्रयाग। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बदरीनाथ धाम दौरे के दौरान उपेक्षा होने से तीर्थ पुरोहितों में रोष बना हुआ है। तीर्थ पुरोहितों का कहना कि वह धाम में आने वाले राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों का हमेशा स्वागत करते आये हैं, लेकिन इस बार प्रधानमंत्री मोदी के बदरीनाथ धाम में रात्रि प्रवास करने के बाबजूद तीर्थ पुरोहितों को उनसे दूर रखा गया, इससे समस्त तीर्थ पुरोहित भावना आहत हुई है।।श्री बदरीश युवा पुरोहित संगठन के अध्यक्ष श्रीकांत बडोला ने कहा कि पंडा पंचायत तीर्थ पुरोहित समाज समस्त भारत से धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को करीब डेढ़ हजार वर्षों से तीर्थ गुरु के नाते सभी धार्मिक अनुष्ठान संपन्न करवाता आ रहा है। टिहरी नरेशों द्वारा देश विदेश तक बदरीनाथ धाम के प्रचार प्रसार का जो दायित्व उन्हे सौंपा गया था, उसे वह कई पीढ़ियों से पूरी निष्ठा से निभाते रहे हैं। बदरीनाथ धाम के वर्तमान स्वरूप के पीछे तीर्थ पुरोहित समाज का त्याग व परिश्रम ही मुख्य है। नारायण पर्वत पर भगवान बदरीनाथ के मंदिर के अलावा तीर्थ पुरोहितों के ही पैतृक निवास होना उनके धाम से प्राचीनतम संबंध के प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि धाम में मास्टर प्लान बिना तीर्थ पुरोहित समाज के सहयोग से साकार नहीं हो सकता, यदि सरकार तीर्थ पुरोहितों की इसी तरह उपेक्षा करती रहेगी तो वह अपनी पैतृक भूमि और भवन मास्टर प्लान में देने के लिये पुनर्विचार करने पर विवश होंगे। कहा पूर्व में दो बार प्रस्तावित मास्टर प्लान तीर्थ पुरोहित समाज के भारी विरोध के कारण रद्द हो चुके हैं। प्रधानमंत्री के बदरीनाथ में तीर्थपुरोहित काशीनाथ पालीवाल भी इस बार उनके साथ हुए व्यवहार से आहत हैं। प्रधानमंत्री द्वारा धाम में मौजूद हर वर्ग के लोगों से मुलाकात की गई, लेकिन तीर्थ पुरोहित समाज की उपेक्षा किये जाने से तीर्थ पुरोहितों में रोष बना हुआ है।