एक दिन नही पूरे 365 दिन मनाया जाए महिला दिवस
पूरे विश्व में महिला दिवस मनाया जाना क्या इतना भर से पूरे विश्व की महिलाओं का हक और सम्मान दिया जा सकता है जिस तरह से अंतराष्ट्रीय महिला दिवस आने पर संगठन, राजनीतिक पार्टियां और बुद्धजीवी अपने विचार और कार्यक्रम के द्वारा महिलाओं को हक, सम्मान और सुरक्षा दिलाने की बात करते है या सम्मान दिया जाता है। वह आप (समाज) के नजरिये से कितना अचम्भीत है। क्या महिलाओं के हक और सुरक्षा के साथ-साथ सम्मान की बात केवल एक दिन होनी चाहिये आप का जवाब होगा नहीं, तो हम क्यों महिलाओं के हक, सम्मान और सुरक्षा की बात एक दिन के लिए कार्यक्रमों के द्वारा आयोजित करते है। हमें चाहिये कि महिलाओं को सशक्तिकरण बनाने के लिए एक दिन नहीं बल्कि पूरे 365 दिन उनके हक,सम्मान और सुरक्षा के लिए आगे आना चाहिये तभी सही मायने में महिला सशक्तिकरण का अर्थ सार्थक होगा । देश की सभी राजनीतिक पार्टिया , संगठन और समाज महिलाओ के लिए प्रत्येक दिन संघर्ष करे तभी उनको उचित स्थान मिल सकता है |
अरुण कुमार यादव (संपादक)