कल होगा कोस्टगार्ड भर्ती सेंटर का शिलान्यास
प्रधानमंत्री के सैन्यधाम के संकल्प की दिशा में बड़ी पहल
देहरादून | देवभूमि व वीरभूमि के रूप में दुनियाभर में पहचान रखने वाले उत्तराखण्ड को सैन्यधाम बनाने की दिशा में ऐतिहासिक पहल होने जा रही है। शुक्रवार को देहरादून के कुंआवाला (हर्रावाला) में कोस्टगार्ड के भर्ती केंद्र का शिलान्यास होगा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत इसका शिलान्यास करेंगे। हाल ही में डीजी कोस्टगार्ड राजेन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री से भेंट कर इसका अनुमति पत्र सौंपा था। उत्तराखण्ड में देश के लिए बलिदान होने की लम्बी परम्परा रही है। यहां औसतन हर परिवार में एक व्यक्ति सेना में भर्ती होकर देश सेवा के लिए समर्पित है। देश के लिए अपना सर्वस्व त्याग करने का जज्बा, यहां के हर युवा को सेना में भर्ती होने को प्रेरित करता है। उत्तराखण्ड के युवाओं के इसी जज्बे को नमन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य को सैन्यधाम बनाए जाने की बात कही थी। सैन्यधाम के संकल्प को साकार करने में बहुत बड़ी पहल कोस्टगार्ड भर्ती केंद्र की स्थापना द्वारा की जा रही है। शुक्रवार 28 जून 2019 को पूर्वाहन 11ः00 बजे मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत इस भर्ती सेंटर का शिलान्यास करेंगे। यह भर्ती सेंटर कुंआवाला (हर्रावाला) देहरादून में बनाया जायेगा।
42 करोड़ रूपए की लागत से बनेगा कोस्टगार्ड भर्ती सेंटर
देहरादून में कोस्टगार्ड भर्ती सेंटर के लिए भारत सरकार से 17 करोड़ रूपये भूमि के लिए व 25 करोड़ रूपये भवन निर्माण के लिए स्वीकृति मिली है। इस भर्ती केन्द्र का पूरा खर्च भारत सरकार वहन करेगी। लगभग डेढ़ साल में यह भर्ती केन्द्र बनकर तैयार हो जायेगा। इससे राज्य के युवाओं के लिए देश सेवा की अपनी प्रकृति के अनुरूप कोस्टगार्ड में रोजगार के अच्छे अवसर मिलेंगे। उत्तराखण्ड का युवा देश की समुद्री सीमाओं की रक्षा में भी अपना योगदान दे सकेगा।
राज्य के युवाओं को समुद्र में चुनौतीपूर्ण कैरियर का मिलेगा सुनहरा अवसर
क्या है कोस्टगार्ड: भारतीय कोस्टगार्ड एक मल्टी-मिशन संगठन है जो कि समुद्र में वर्ष भर अपनी गतिविधियों का संचालन करता है। यह सतह व वायु में कार्रवाई करने की व्यापक क्षमता रखता है। महानिदेशक भारतीय कोस्ट गार्ड, इसके प्रमुख होते हैं। इसका हेडक्वार्टर नई दिल्ली में है। इसके अंतर्गत पांच कोस्ट गार्ड क्षेत्र हैं, उत्तर- पश्चिम, पश्चिम, पूर्व, उत्तर-पूर्व व अंडमान व निकोबार। कोस्टगार्ड क्यों बनें: इसका एकमात्र सबसे महत्वपूर्ण कारण है, समुद्र में चुनौतियों का मुकाबला। यदि आप बुद्धिमान व साहसी हैं, आपमें मौलिकता व नेतृत्व का गुण है तो समुद्र में सुनहरा भविष्य आपका इंतजार कर रहा है। कोस्टगार्ड में सेवाएं, केवल एक रोजगार नहीं है। यहां आप राष्ट्रीय हितों की रक्षा में सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। कोस्टगार्ड का जीवन कठोर परिश्रम, दक्षता, जोखिम व साहसिक कारनामों से भरा होता है। दुनिया भर में भ्रमण का अवसर मिलता है। देश-रक्षा में योगदान का आत्मिक संतोष भी मिलता है। बेहतर वेतन व अन्य सुविधाओं के साथ बहुमुखी कैरियर, कोस्टगार्ड से बाहर सामान्य नागरिक जीवन में मिलना कठिन है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत: ‘‘उत्तराखण्ड में कोस्टगार्ड भर्ती सेंटर खुलने से यहां के युवाओं को कोस्टगार्ड में रोजगार के अच्छे अवसर मिलेंगे। उत्तराखण्ड सैन्य प्रदेश है। प्रधानमंत्री जी ने उत्तराखण्ड को सैन्य धाम के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया है। यह उत्तराखण्ड का सौभाग्य है कि कोस्टगार्ड भर्ती केन्द्र उत्तराखण्ड में बन रहा है। विगत में रैबार कार्यक्रम में डीजी कोस्टगार्ड श्री राजेन्द्र सिंह ने उत्तराखण्ड में कोस्टगार्ड भर्ती केन्द्र खोलने का प्रस्ताव दिया था।’’