कोच एवं फुटबाल खिलाड़ी वीरेंद्र सिंह रावत अनशन पर क्यों, जानिए खबर
देहरादून | उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी फुटबाल खिलाड़ी, कोच,रेफरी वीरेंद्र सिंह रावत ने राज्य में फुटबाल की दुर्दशा को लेकर एक दिवसीय अनशन किया। अपने आवास में नत्थुनपुर स्थित इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में उन्होंने साथियो की मौजूदगी में अनशन किया। कोच वीरेंद्र सिंह का आरोप है कि कोई भी प्रदेश सरकार राज्य में फुटबाल के विकास के लिए कुछ नहीं किया है। जिससे कई प्रतिभाओं का सफर अधर में लटक गया है |कोच वीरेंद्र सिंह का आरोप है कि आज स्थिति यह है कि सैकड़ों खिलाड़ी, कोच और रेफरी बेरोजगार हो गए हैं।उनके भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है।
फुटबाल एसोसिएशन का कोई अता पता नहीं है । कौन-कौन 13 जिलों के सचिव है, अधिकांश लोगों को कुछ पता नहीं । कोच और रेफरी के कोर्स नहीं हो रहे हैं। सरकार ने खेलों के लिए जोएसओपी जारी की उसमें फुटनाल को शामिल नहीं किया है। हाल में उत्तराखंड सुपर लीग की अनुमति के लिए आवेदन किया गया था। एक दिसम्बर से आज तक उनकी अनुमति का इंतजार कर रहे हैं। अनशन को समर्थन देने के लिए सुनील कुमार, प्रकाश रॉनी, खुशपाल राणा, आशीष गगुसाई, मनोज, वैभव रतूड़ी, नितिन नेगी, डीएम बिष्ट, उमेश खंडूड़ी, अमित आदि उपस्थित थे |