खरीद-फरोख्त को विधायक तलाश रहे भाजपा नेता: रावत
देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा के शीर्ष व प्रदेश नेतृत्व पर प्रदेश में रुपयों के बोरे लेकर गली-गली व गांव-गावं कांग्रेस विधायकों को पुनः ललचाने का आरोप लगाया है। उन्होने कहा कि बडे़ दुख की बात है कि भाजपा के कई राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, महामंत्री जैसे शार्प-शूटर आदि विधायकों की खरीद फरोक्त करने को राज्य की खाक छान रहे है। पत्रकारो से वार्ता करते हुए रावत ने कहा कि भाजपा नेताओं के तीन-चार विधायकों के उनसे सम्पर्क में रहने के ब्यान मेरे इस आरोप की पुष्टि करते है। साथ यह भी कहा कि लोकतंत्र में इस तरह की राजनीति को कभी भी सही नही ठहराया जा सकता है, वहीं उन्होने यह भी आरोप लगाया कि संवैधानिक सस्थाओं पर भी दबाव में लेने का खेल भाजपा ने आरम्भ कर दिया है। उनका इशारा राज्यपाल को लेकर दिए गए भाजपा नेताओं व मीडिया में चल रही विभिन्न चर्चाओं को लेकर था, जिसमें कुछ समाचारों में राज्यपाल को बदलने की मुहिम के समाचार आए थे। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि उनको जनता तक अपनी बात पहुॅचाने से रोका जा रहा है जिस प्रकार से पद यात्रा में निकलने पर पथराव व लाठी ड़डे दिखाए जा रहे है उससे स्पष्ट है कि भाजपा नेता नही चाहते कि वह जनता के बीच में जाकर भाजपा द्वारा थोपा गया राष्ट्रपति शासन व लोकतंत्र की हत्या के सम्बन्ध में अवगत कराये। रावत ने कहा कि लोकतंत्र में अपने विचारों से जनता को अवगत कराना एक आवश्यक कार्य है संसदीय लोकतंत्र में यह अधिकार नहीं छीना जा सकता, वहीं उन्होने इस सम्बन्ध में सी.पी.आई (भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी) के नेताओं के बयानों की सराहना करते हुए कहा कि लोकतंत्र में अलग-अलग विचारों को एक दूसरे को सम्मान करना चाहिए, एक सवाल के जबाव में रावत ने कहा कि सभी जनपक्षीय व सामप्रदायिक विरोधी शक्तियों को इस सम्बन्ध में आगे आना चाहिए, तभी लोकतंत्र चल पाएगा, एक प्रश्न के जवाब में श्री रावत ने कहा कि पौड़ी के बुधानी गांव में भी धारा 144 लगाना यह साबित करता है कि भाजपा नहीं चाहती के हम अपनी बात जनता तक पहुॅचाए। पूरे प्रदेश में धारा 144 लगाना भी स्पष्ट करता है। रावत ने जोर देकर कहा कि वे पद यात्रा कार्यक्रमों जारी रखेंगे व आवश्यक हुआ तो उपवास पर भी बैठेंगे, यह भी कहा कि भाजपा नेता जिन कांग्रेस के मंत्रियों और नेताओं के ऊपर सबसे भ्रष्ट होने का आरोप चसपा करती थी आज उन सबको को मुकट का नगीना बना लिया है। पत्रकारों द्वारा हरिद्वार गंगा पर पूछे गए प्रश्न का जवाब देते हुए उन्होने कहा कि गंगा मेरी माॅ है और मैं गंगा का बेटा हूॅ, गंगा मईया के पास मै आर्शीवाद लेने व यह भी संकल्प लिया है कि माॅ गंगा की सेवा में जो काम अधूरे रह गए है उन्हे वे पूरा करेंगे।