खुदा मेहरबान तो गधा पहलवान….
आज राजनीति की चर्चा में सारी दुनिया का बोझ उठाने वाले हम गधे छाए हुए हैं. यही नही डिजिटल में यानी ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं, हेडलाइंस में बने हुए हैं तभी तो हमे कुछ बात तो होगी. यकीनन हो की आज मुझे दादा-परदादा के जमाने में बने दो मुहावरों का मतलब समझ आ रहा है. यूपी चुनाव में जिस दिन से अखिलेश यादव पीएम पर गधे को लेकर तंज कसा और पीएम अखिलेश पर तब से पूरी गधा विरादरी को ऐसी पब्लिसिटी दिलाई है कि क्या सीएम-क्या पीएम सब गधा-गधा कर रहे हैं. लेकिन गधों की फिल्म के असली पात्र हम गधे हैं. क्योंकि इन दिनों आपकी गप्पों, आपकी चर्चाओं और आपकी राजनीति का केंद्र ‘गधा’ हो गया है