गंगा और यमुना के लिये जुडे़ हाथ चलेंगे साथ-साथ
ऋषिकेश/देहरादून। फिल्म जगत की प्रसिद्ध अभिनेत्री हेमामालिनी, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल (निशंक) से परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष, गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता तथा ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस के अन्तर्राष्ट्रीय-सह संस्थापक स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने पर्यावरण संरक्षण व यमुना और गंगा नदियों को स्वच्छ, अविरल एवं निर्मल बनाने के साथ उनके तटों पर जैविक खेती, वृक्षारोपण तथा नदियों में डाले जाने वाले सीवेज पर विस्तृत चर्चा की और इस पर एक ठोस कार्ययोजना बनाने पर विचार विमर्श किया। पूज्य स्वामी की प्रेरणा से पूर्व मुख्यमंत्री रमेशचन्द्र पोखरियाल ने गंगा नदी पर लिखी अपनी कृति और गंगोत्री के जल से भरी गंगा जली अभिनेत्री हेमामालिनी को भेंट स्वरूप प्रदान की। आज परमार्थ निकेतन में संत, अभिनेता और नेता ने मिलकर संकल्प लिया कि भारत की सभी नदियों को प्रदूषण मुक्त करने तथा देश के हर गांव व शहर को खुले में शौच से मुक्त कर सभी को शौचालय सुविधा उपलब्ध कराने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे, इस पुनीत कार्य के लिये उन्होने एक स्वर में देश की जनता और युवाओं का आहृवान किया। उन्होने कहा की संसद से लेकर देश के प्रत्येक शहर, गांव, मोहल्ले व जन-जन को इस अभियान में जोड़कर साथ ही सब मिलकर एक स्वच्छ एवं पवित्र भारत का निर्माण करेंगे जहां चारों ओर स्वच्छ जल और शुद्ध हवा हो। पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा, ’भारत में अधिकांश नदियों के किनारे पवित्र तीर्थ क्षेत्र है। तीर्थ हमारी आस्था के केन्द्र है अब उन्ही तीर्थ स्थलों एवं नदियों के अस्तित्व को बचाने के लिये हम सभी को एक साथ मिलकर कार्य करने की जरूरत है। इसके लिये संत, जनता, नेता, अभिनेता, युवा और व्यवसाय जगत के लोग मिलकर स्वच्छता क्रान्ति की एक नई इबारत लिख सकते है। आओ इस स्वच्छता क्रान्ति की इबारत को मिलकर पूरा करे।’ इस अवसर पर अभिनेत्री हेमामालिनी ने कहा, ’पूज्य स्वामी जी की प्रेरणा से मैं देश की पवित्र नदियों और वृक्षारोपण के लिये अपना योगदान प्रदान करूंगी और देश की जनता को इस अभियान के लिये आमंत्रित करती हूँ।’