जन्माष्टमी पर झांकियों को पुरस्कृत किया जायेगा
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि इस वर्ष जन्माष्टमी के अवसर पर हरिद्वार में निकलने वाली झांकियों का पुरस्कृत किया जायेगा। पयटकों को आकर्षित करने का भी यह एक माध्यम बने, इसके प्रयास किये जायेंगे। इस कार्यक्रम को वार्षिक कलेण्डर में शामिल करने के निर्देश संस्कृति विभाग को देते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि इन झांकियों के लिए पुरस्कार की भी व्यवस्था की जाय। इसके लिए समिति का गठन कर चार झांकियों का चयन किया जायेगा। इसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय को क्रमशः 50 हजार, 30 हजार, 25 हजार तथा सांत्वना पुरस्कार के रूप में 21 हजार रूपये की धनराशि प्रदान की जायेगी। मंगलवार को बीजापुर अतिथि गृह में संस्कृति विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि विभाग पूरे वर्ष की गतिविधियों के कार्यकलापों पर कार्यवाही आरम्भ करें। राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर टिहरी, अल्मोड़ा व देहरादून में 6 से 8 नवम्बर तक राज्योत्सव का भी आयोजन किया जाए। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ही फूड फैस्टिवल व अन्य प्रकार के पारम्परिक आयोजनों को बढ़ावा देने संबंधी कार्यक्रमों पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने जागेश्वर में हैलीपैड की स्थापना के साथ ही जागेश्वर को टूरिज्म के क्षेत्र में विशेष पहचान दिलाने की बात कही। उन्होंने कहा कि गरूडाबाज में छोटी टाउनशिप विकसित करने तथा इन स्थानों पर योगा के साथ-साथ ध्यान केन्द्र स्थापित करने पर भी ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि हरि प्रसाद टम्टा, पंडित उदय शंकर भट्ट के नाम से संचालित होने वाली योजनाओं का भी क्रियान्वयन शीघ्र किया जाए। योगा फेस्टिवल के आयोजन की भी कार्ययोजना बनायी जाय। इसकी अवधि इस प्रकार निर्धारित की जाय, ताकि अधिक से अधिक लोग इसमें शामिल हो।