डेंगू की रोकथाम के लिए ‘सरकार’ गम्भीर
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने स्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग, एडीबी सहित नगर निगम के अधिकारियों के साथ डेंगू की रोकथाम हेतु बैठक ली। बैठक के दौरान उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि लो.नि.वि. के अंतर्गत आने वाली सड़कों के किनारे की नालियों की सफाई विभाग स्वयं करवाए एवं फ्लाईओवर के अगल-बगल में भी सफाई करवाए। इसके साथ ही एडीबी के अंतर्गत आने वाली सड़कों के गड्ढे भरकर सड़कों की स्थिति को सुधारते हुए जल्द से जल्द नालियों की सफाई करवाए। स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि डेंगू के मरीजों की संख्या को देखते हुए अस्पतालों में अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि अतिरिक्त बेड की व्यवस्था हेतु प्राईवेट अस्पतालों से भी समन्वय स्थापित किया जाए। मुख्यमंत्री ने नगर निगम अधिकारियों को पूरे शहर में लगातार फॉगिंग करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बाहर करने से मच्छर घर के अन्दर न घुसे, इसके लिये घर के अंदर भी फॉगिंग करवाई जाए। मुख्यमंत्री ने और फॉगिंग मशीनों के खरीदने व अन्य व्ययों के लिये रू. 25 लाख जारी किये और कहा कि यदि और आवश्यकता होगी तो सरकार की तरफ से सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सिर्फ देहरादून और हरिद्वार ही नहीं बल्कि राज्य के अन्य क्षेत्रों जहाँ डेंगू का प्रकोप होने की सम्भावना है, सफाई के विशेष अभियान चलाए जाएं। यह अभियान तब तक नहीं रूकना चाहिए जब तक डेंगू पूर्ण रूप से समाप्त नहीं हो जाता। उन्होंने नगर की सड़कों में नालियों की सफाई के लिये फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के प्रयोग की बात भी कही। उन्होंने कहा कि गर्मी और उमस को देखते हुए डेंगू का प्रकोप बढ़ने की सम्भावना से इन्कार नहीं किया जा सकता अतः हमको इसके लिये पहले से तैयारियां करनी होंगी। इसके लिये सभी सम्बन्धित विभागों को आगे आएं। बैठक में कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह, मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह, प्रमुख सचिव ओम प्रकाश, सचिव मीनाक्षी सुन्दरम, जिलाधिकारी रविनाथ रमन सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।