देवांशी खेल व सांस्कृतिक मेला की वेबसाईट का उद्घाटन हुआ
देहरादून| हमारे खेत खलिहान, हमारे पशु, हमारे मकान हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग हैं। इन्हें संरक्षित करने के सरकार के प्रयासों में राज्य व समाज की सेवा से जुड़े लोगों को भागीदारी निभानी चाहिए। परम्परा व संस्कृति के प्रति हमें अपने युवाओं को भी पे्ररित करना होगा। अपनी जड़ों से जुड़े रहकर ही कोई समाज विकसित हो सकता है। रविवार को बीजापुर हाउस में आयोजित कार्यक्रम में प्रथम देवांशी खेल व सांस्कृतिक मेला की वेबसाईट का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि गांवों की अर्थव्यवस्था को जीवंत करने के प्रयासों में सरकार को तभी सफलता मिल सकती है जब इसमें स्थानीय लोग व ग्राम पंचायतें सक्रिय भागीदारी निभाएं। इस दिशा में अभी तक कुछ व्यक्तिगत प्रयास ही हुए हैं इन्हें सामूहिक प्रयासों के रूप में बदलना होगा। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि अपनी सांस्कृतिक व पारम्परिक जड़ों को दुबारा पाने के लिए विशेष तौर पर युवाओं को आगे आना होगा। राज्य सरकार ने पारम्परिक जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक पहल की है। हमने कुछ ऐसे फैसले लिए हैं जिनसे मंडुवा, चैलाय, रामदाना, काला भट, फाफर, झिंगोरा आदि पारम्परिक फसलों की मांग सृजित हो। उसी का परिणाम है कि मंडुवा व काला भट की कीमत पहले की अपेक्षा कहीं अधिक हो गई है। इनसे बने उत्पादों में वैट में छूट भी दी जाएगी। आबकारी नीति में शराब को स्थानीय फलों से जोड़ा गया है। हमारा पेड़ हमारा धन योजना प्रारम्भ की गई है। बेकार पड़े खेतों के उपयोग केे लिए संविदा खेती पर भी कार्ययोजना तैयार की जा रही है। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार अपने पारम्परिक लोक कलाकारों व शिल्पकारों के संरक्षण में भी प्रयासरत है। साठ वर्ष से अधिक आयु के कलाकारों व शिल्पकारों को पेंशन प्रारम्भ की गई है। जो स्वयं सहायता समूह स्थानीय उत्पादों पर कार्य करेंगे उनके मार्केटिंग में राज्य सरकार सहायता करेगी। अल्मोड़ा में शिल्प संस्थान प्रारम्भ किया गया है। पारम्परिक भवन शैली को संरक्षित करने के लिए योजना में उŸारकाशी व पिथौरागढ़ के साथ ही जौनसार क्षेत्र को लिया जाएगा। आयोजक संस्था के अध्यक्ष पूर्व मंत्री एनएस राणा ने बताया कि नैनबाग (टिहरी गढ़वाल) में 28 मई से 30 मई तक प्रथम देवांशी खेल एवं सांस्कृतिक मेला का आयोजन किया जा रहा है। इसमें खेल प्रतियोगिताएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इस अवसर पर लोककलाकार नंदलाल भारती, वरिष्ठ पत्रकार विजेंद्र रावत सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।