देहरादून: अनुराग चौहान “करमवीर चक्र” से सम्मानित
देहरादून। ह्यूमन्स फॉर ह्यूमानिटी और देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल के संस्थापक अनुराग चौहान को आज दिल्ली में प्रतिष्ठित करमवीर चक्र से सम्मानित किया गया। उन्हें सामाजिक कार्यों, विशेष रूप से मेन्सुरल हाइजीन के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस पुरस्कार की स्थापना यूनाइटेड नेशन एवं इंटरनेशनल कन्फेडरशन ऑफ एनजीओ द्वारा की जाती है। कर्मवीर चक्र परिवर्तन के लिए सक्रिय स्वैच्छिक कार्रवाई के लिए राष्ट्रीय पदक है। अनुराग प्रतिष्ठित पुरस्कार विजेताओं में से थे और उन्हें आर ई एक्स ग्लोबल फेलोशिप से भी नवाजा गया। विजयलक्ष्मी और भरत सिंह चौहान के बेटे अनुराग चौहान एक युवा सामाजिक उद्यमी हैं, जो बहुत ही निविदा उम्र से विभिन्न सामाजिक पहल पर काम कर रहे हैं। उन्होंने 15 साल की उम्र में खुद को विभिन्न पाठ्येतर गतिविधियों में शामिल किया। वह वर्तमान में एमिटी विश्वविद्यालय, नोएडा में सामाजिक कार्य में परास्नातक कर रहे हैंय और दोनों के माध्यम से अपने जुनून का पालन रहे हैं। अपनी उच्च शिक्षा के साथ-साथ वह अपना एनजीओ भी चला रहा है। उन्हें वर्जनाओं को तोड़ने और जागरूकता फैलाने और राष्ट्र भर में मेंस्ट्रुरल हाइजीन पर व्यापक कार्यशालाओं के संचालन के लिए पैडमैन, पैड योद्धा के रूप में जाना जाता है। 2015 में, अनुराग ने वाश नामक एक परियोजना शुरू की, जो महिलाओं को मेंस्ट्रुअल हाइजीन के बारे में शिक्षित करने, उन्हें सेनेटरी नैपकिन प्रदान करने और जैव सेनेटरी नैपकिन बनाने के लिए प्रशिक्षण देने की दिशा में काम करती है। हालही में उन्हें अभिनेत्री ट्विंकल खन्ना का समर्थन मिला। अनुराग इस कार्यक्रम को देशभर के कई गांवों, मलिन बस्तियों, सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में चलाते है। संगठन ने इस तरह की सैकड़ों कार्यशालाएं आयोजित की हैं और भारत में आधा मिलियन से अधिक महिलाओं तक पहुंचाना है। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के पूर्व पुरस्कारों में मैरी कॉम, हंसल मेहता, अनुपम खेर, राहुल बोस, काजोल देवगन, गुल पनाग, स्वरूप रावल, सुधा मेनन, मिचेल नॉर्टन ओबे, विजय मेहता, हरीश अय्यर और गीता चंद्रन आदि शामिल हैं।