धूमधाम से मना हरितालिका महोत्सव
देहरादून । देहरादून में हरितालिका महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर महिलाओं ने एक दुसरे को रंग लगाकर कार्यक्रम की शुरूआत की। कार्यक्रम की संचालिका लीला शमा ने बताया कि हरितालिका तीज की परमपरा हिन्दु धर्म में अनादि काल से है। मान्यता है कि भगवान शिव को पाने के लिए मां गौरी ने निर्जला व्रत रखकर भगवान की उपासना की थी। तभी से हिन्दू संस्कृति में इसका प्रचलन शुरू हो गया। उन्होंने बताया कि हरितालिका तीज पर महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अपने सुहाग की लंबी आयु की कामना करती है तो वहीं कंुवारी लड़किया अच्छा पति पाने के लिए इस व्रत को रखकर अपने बेहतर जीवन की कामना करती है। उन्होंने बताया कि इस वर्त को पूरे विधि विधान के साथ लिया जाता हैं। गणेश चतुर्थी से तीन दिन पहले सुबह चार बजे उठकर विधिविधान के साथ नदी किनारे महिलाएं विधिविधान के नियमानुसार स्थान करती है। फिर पूजा अर्चना कर निर्जला व्रत रखती है। इस अवसर महिलाओं ने भजन कीर्तन व सांस्कृति प्रस्तुतियां भी दी।