नेपाल में घायलो के लिए 500 यूनिट ब्लड भेजा गया
मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि नेपाल में आई भीषण त्रासदी के प्रति हमारा प्रदेश पूरी तरह से गंभीर है तथा हमारी ओर से नेपाल के लिये बहुत बडी तादात में राहत सामग्री के साथ सेवार्थी भी भेजे जा रहे। उन्होंने नेपाल के हालात को दृष्टिगत रखते हुये रैस्क्यू टीम के रूप में अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा के साथ चार वरिष्ठ अधिकारियों की टीम भेजी है, जो कि नेपाल में आयी त्रासदी का जायजा ले रही है। उन्होंने बताया कि नेपाल में घायलों को तत्काल ईलाज उपलब्ध कराने के लिये 500 यूनिट ब्लड हमारे प्रदेश से भेजा गया है, तथा 2000 यूनिट ब्लड और भेजने की तैयारी कर रहे है। इसके अलावा चिकित्सक एवं इंजीनियर की टीम के साथ ही एनसीसी, स्वंय सेवक की टीम भी सहायतार्थ भेजी जा रही है। मुख्यमंत्री रावत ने मददकर्ताओं से अपील की है, कि राहत के रूप कपडे, टार्च, बर्तन, सोलर लाईट के साथ खाद्य सामग्री के 5-5 किलो पैक बनाकर भेजें जाय। वित्त मंत्री डाॅ0 इन्दिरा हृदयेश ने कहा कि नेपाल में आई त्रासदी में सहयोग के लिये केन्द्र सरकार ने उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश व बिहार प्रान्तों के विशेष रूप से सहयोग देने के लिये आभार व्यक्त किया है। उन्होंने उद्यमियों व अन्य संगठनों से कहा कि वह अपने सामथ्र्य के अनुसार पडोसी देश के सहयोग के लिये आगे आये। डाॅ0 हृदयेश ने इस बात पर बल दिया कि नकद रूप मे सहायता राशि प्रदान की जाय। राजस्व मंत्री यशपाल आर्य ने बैठक में उपस्थित के लिये उद्यमियों व व्यापारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमें जनपद उधमसिंह नगर एवं हरिद्वार से भूकम्प पीडितों की सहायतार्थ बहुत आशाएं हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि नेपाल की इस आपदा की घडी में दोनों जिले सहयोग प्रदान करने के लिये कंधे से कंधे मिलाकार आगे आयेंगे। बैठक में डीआईजी पुष्कर सिंह सैलाल, जिलाधिकारी डाॅ0 पंकज कुमार पाण्डेय, एसएसपी नीलेश आनन्द भरणें, सीडीओ इवा आशीष श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव व आशीष भटगई, उप जिलाधिकारी विजय कुमार जोगडण्डे समेत विभिन्न विभागों के अधिकारियों के अलावा पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड, सेवा सिंह, हरीश पनेरू, पुष्कर राज जैन के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि सहित सिडकुल एसोशिएशन के अध्यक्ष अजय तिवारी, आरके गुप्ता, गोपाल अग्रवाल, संजय सिंह, संदीप पाण्डे, अवनेश यादव, अनीता सिंह, वीवी श्रीधर, सौरभ सक्सेना, सतीश चन्द्र व बडी संख्या में उद्यमी, व्यापार संगठन व स्वंय सेवी संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।