पिता के बाद बेटा भी हुआ लापता, जानिए खबर
रुद्रप्रयाग। तहसील रुद्रप्रयाग की ग्राम पंचायत क्यूड़ी के खड़पतिया गांव निवासी अंकित का पिछले छह दिन से सुराग नहीं लग पाया है। प्रशासन और पुलिस इस मामले में पूरी तरह ढिलाई बरते हुए हैं। 14 वर्षीय अंकित 26 जून को अपने ननिहाल बाड़व से अपने घर क्यूड़ी (खड़पतिया) के लिए निकला था। नाना सुरेन्द्र सिंह ने अपने नाती को मोहनखाल में बस में बिठाया था। लेकिन जब अंकित घर नहीं पहुंचा तो उसकी ढूंढ-खोज शुरू हुई। पता करने पर यह जानकारी मिली कि उसे सनबैंड पर अंतिम बार देखा गया था। मोहनखाल रुद्रप्रयाग और चमोली जिले की सीमा में होने के कारण राजस्व पुलिस घिमतोली ने गुमशुदगी दर्ज कर मामले को रेगुलर पुलिस पोखरी के हैंडओवर की कार्रवाई शुरू की। लेकिन अभी तक मामला रेगुलर पुलिस को हैंडओवर नहीं हुआ है। ऐसे में अंकित के परिजन चिंतित हैं और उन्हें डर है कि कहीं अंकित के पिता की तरह वह भी हमेशा के लिए गायब न हो जाये। अंकित के पिजा सूरज सिंह नेगी बीआरओ के गौचर कार्यालय में तैनात थे। यहां से उनकी पोस्टिंग अरूणाचल हुई थी। करीब ढाई वर्ष पूर्व वह अरूणाचल के लिए रवाना हुए थे। उनका सामान तो अरूणाचल स्थित बीआरओ कार्यालय पहुंचा, लेकिन वह नहीं पहुंचे। आज तक उनके गायब होने के रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाया है। अंकित के नाना अपने नाती की खोजबीन के लिए कभी डीएम कार्यालय तो कभी पुलिस अधीक्षक कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन कहीं से भी उन्हें उम्मीद की किरण नजर नहीं आ रही है। नाना सुरेन्द्र सिंह बताते हैं कि सभी संभावित स्थानों पर पता करने के बाद भी नाती का कुछ भी सुराग नहीं लग पा रहा है। जब से नाती लापता हुआ है, तब से भटक रहे हैं। उसकी मां का घर में रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं मामले से जुड़ी फाइल पटवारी चैकी घिमतोली से महज बीस किमी दूर थाना पोखरी तक नहीं पहुंच पाई है। वहीं राजस्व उपनिरीक्षक पंकज राणा का कहना है कि मामले से जुड़ी फाइल रेगुलर पुलिस पोखरी के नाम रजिस्ट्री कर दी गई है। लेकिन थाने में पता करने पर जानकारी मिली है कि रजिस्ट्री अभी पहुंची नहीं है।