बच्चो को कूड़े के ढेर से अक्षरों की ढ़ेर की ओर ला रहा एक शख्स , जानिए खबर
रोहतक | दुनिया में ऐसे शख्स बहुत कम है जो समाज के लिए एक मिसाल हैं। जो खुद के लिए नहीं, बल्कि दूसरों के लिए जीते हैं। मॉडल टाउन स्थित कैफे संचालक शेफ अनुराग इनमें से एक हैं। वह झुग्गी-झोपड़ियों के बच्चों और अनपढ़ लोगों को अपने कैफे में बेकरी का काम सिखा रहे हैं। गरीब बच्चों को काम सिखाने के साथ ही वह आगे की पढ़ाई भी करा रहे हैं। अनुराग ने कई लोगों को इस काबिल बना दिया है कि आज वह महीने में 8 से 10 हजार रुपये कमा रहे हैं। झुग्गी-झोपड़ी से चयनित किए 20 बच्चे अनुराग ने अपने कैफे में काम सिखाने के लिए झुग्गी-झोपड़ी और कुछ संस्थाओं से 20 बच्चे चयनित किए हैं। अनुराग ने बताया कि यह सभी बच्चे 10वीं और 12वीं पास हैं। वह इन बच्चों को बेकरी का काम सिखाने के साथ मदवि से होटल मैनेजमेंट डिग्री और डिप्लोमा कराएंगे। काम सिखाने के साथ-साथ उन्हें महीने में 6 से 7 हजार रुपये का मेहनताना भी देंगे, ताकि वह अपने घर का खर्च चला सकें। अनुराग रोहतक और भिवानी में अपना कैफे चला रहे हैं। दोनों स्थानों पर उन्होंने जरूरतमंद बच्चों को होनहार बनाकर और अपने कैफे में उन्हें रोजगार दिया भी दिए । अभी तक वह 20 से अधिक लोगों को रोजगार दे चुके हैं। जिन्हें बेकरी के बारे में कुछ नहीं पता था, वह आज केक से लेकर कई लजीज डिशेज बना लेते हैं। वह हर महीने इन बच्चों को फिल्म दिखाने और टूर पर लेकर जाते हैं। कैटरिंग से बचा खाना गरीबों को करते हैं वितरित जरूरतमंद को रोजगार देने और उन्हें स्वावलंबी बनाने के साथ अनुराग सामाजिक कार्य भी कर रहे हैं। अनुराग ने बताया कि वह सप्ताह में तीन दिन संस्थाओं में जाकर बच्चों को शेफ करियर व रोजगार के बारे में बताते हैं। वह पार्टी, शादी की कैट¨रग से जो भी खाना बचता है। उसे झुग्गी-झोपड़ी और निशुल्क पढ़ाने वाली संस्थाओं के बच्चों को देकर आते हैं।