बालक अजय का कूड़े बीनने से मुख्य अतिथि तक का सफर , जानिए खबर
देहरादून। अपने सपने एन.जी.ओ. विगत तीन वर्षों से देहरादून में असहाय एवम जरूरतमंद बच्चों के जीवन शैली एवम उनके शिक्षा पर कार्य करता आ रहा है। अपने सपने एन.जी.ओ. वर्तमान समय में 70 से अधिक बच्चों की पढाई और सामाजिक उत्थान में कार्यरत है। एन.जी.ओ. द्वारा बहुत से बच्चो के लिए कार्य किये गए जिसमे समाज में सबसे ज्यादा प्रोत्साहन मिली। उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान अपने सपने संस्था के अध्यक्ष अरुण कुमार यादव ने कहा कि अजय नामक बच्चा जो आज से तीन साल पहले सड़कों पर कूड़ा बीनता था संस्था द्वारा उसको स्कूल में दाखिला दिलवाया गया,वर्तमान समय में यही अजय प्राथमिक विद्यालय भारूवाला ग्रांट सुभाषनगर देहरादून में अपने कक्षा में द्वितीय स्थान प्राप्त कर रहा है। यही नही इस साल संस्था के आयोजित तृतीय वार्षिक उत्सव में अजय मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा को भी विद्यमान किया। संस्था द्वारा इस बदलाव रूपी कार्य से अब यह अजय अन्य ऐसे बच्चों के लिए प्रेणास्रोत बना | सिमरन नामक मासूम बच्ची को एक साल पहले ना बोलने के कारण स्कूल में दाखिला प्राप्त नहीं कर पाई अपने सपने एन.जी.ओ. के सदस्यों द्वारा सिमरन बच्ची के आत्मविश्वास में बदलाव कर उसको पढ़ाई, नृत्य और गायन सीखा कर उसका आत्मविश्वास बढ़ाया गया। वर्तमान समय में अब यही सिमरन उसी स्कूल में जहा पर दाखिला प्राप्त नहीं कर पायी थी वह छठी कक्षा में अपनी शिक्षा रुपी अलख जगा रही है। मनीषा नामक बच्ची का संस्था के सदस्यों द्वारा एक बदलाव रूपी प्रयास से अब वही मनीषा वर्तमान समय में पढ़ाई के साथ-साथ कंप्यूटर रुपी शिक्षा प्रदान की, जिससे वो वर्तमान समय में एक हिंदी समाचार पत्र के लिए हिंदी लेखनी का कार्य कर रही है। अब पढ़ाई के साथ साथ मनीषा शिक्षा के माध्यम से अपने परिवार की आर्थिक मदद प्रदान कर रही है। प्रेस वार्ता के दौरान अपने सपने संस्था के सचिव हिमांशु शर्मा ने बताया की इन्ही बच्चों रूपी सामाजिक बदलाव के क्रम में अपने सपने संस्था फेस टू फेस नामक अभियान शुरू किया है जिनमे पहले अभियान के तहत बिंदाल पुल के नीचे स्थित मलिन बस्तियों के बच्चों की शारीरिक स्वच्छता के साथ उनके वेष-भूषा में बदलाव लाया गया। वार्ता के दौरान उन्होंने कहा यह अभियान दूसरे चरण में अन्य मलिन बस्तियों की ओर रुख करेगा। इस अभियान के तहत उन बच्चों के परिवार को ईनाम स्वरूप 1000 रुपये की धनराशि प्रदान की जाएगी जो परिवार अपने बच्चों को निरन्तर उनके शारीरिक स्वच्छता व वेष-भूषा में बदलाव स्थिर रखे रहेंगे। संस्था इस अभियान के तहत मलिन बस्तियों के बच्चों की स्वच्छता एवम् स्वास्थ्य में एक अच्छा बदलाव आ सके जिससे समाज उनको अपना सके। वही प्रेस वार्ता करते हुए संस्था उप सचिव विकास चैहान ने बताया कि संस्था इन सभी अभियान के साथ भूख- ‘हर पेट मे रोटी’ नामक अभियान चला रही है जागरूकता के तहत लोगो को खाना बर्बाद ना कर असहाय एवम जरूरतमंद लोगों को खाना खिलाने की अपील करती आ रही है साथ ही संस्था के सदस्य देहरादून के कुछ रेस्टोरेंट एवम हॉस्टलों से बचे हुए खाने को एकत्रित कर सड़क के फुटपाथ पर जरूरतमंद भूखे सो रहे लोगों को खाना खिलाने का कार्य करती आ रही है। संस्था प्रोजेक्ट प्रबन्धक दिनेश सिंह शाह ने बताया कि संस्था द्वारा जरूरतमंद बच्चों को खेल रूपी गुण भी सिखाया जाता है जिससे उनके प्रतिभा को आगे बढ़ाया जा सके। प्रेस वार्ता में उप सचिव विकास चैहान, प्रोजेक्ट प्रबन्धक दिनेश सिंह शाह, अभिजीत सावन, उपाध्यक्ष प्रियंका बहल, प्रोजेक्ट हेड सूरज कोलिया, उमंग कुमार, कोषाध्यक्ष विनय गुप्ता, काजल सिद्दू, सोनम अरोड़ा, काजल चैहान, विलाल खान, आर एस रावत, स्वाति जोशी, सुमित, हिमांशु आदि लोग उपस्थित रहे।