बोर्ड रिजल्ट ने ली यूपी में सात मेधावी छात्रों की जान
लखनऊ। जाने ये कैसी हड़बड़ाहट थी, कैसा डर था? सिर्फ फेल होने के डर से कानपुर में एक मेधावी छात्रा ने अपनी जान दे दी, मौत के बाद पता चला कि वह तो हाईस्कूल में 75 फीसद अंकों से साथ पास है। इसी तरह लखीमपुर, शाहजहांपुर इलाहाबाद, गोरखपुर, मथुरा, सोनभद्र में मिलाकर कुल सात मेधावी बच्चों ने अपनी जान दे दी। कानपुर के दर्शनपुरवा में रहने वाले इंद्रपाल सिंह की बड़ी बेटी एकता हाईस्कूल की छात्र थी। गुरुवार देर शाम उसने फेल होने के डर से फांसी लगा ली। बहन महक और स्नेहा ने फंदे पर लटकता देखकर शोर मचाया तो परिजन उसे उतारकर एलएलआर अस्पताल लाए, जहां देर रात उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। शुक्रवार दोपहर जब परीक्षा परिणाम आया तो पता चला कि वह 75 फीसद अंकों से पास हुई है। मां सीमा और दादी विमला बदहवास हो गईं।परिजनों को इस बात का मलाल है कि अच्छे नंबरों से पास होने के बाद भी उसे फेल होने का इतना डर क्यों सताया कि उसने जान दे दी। मां सीमा रोते हुए बोली- अब वह इतने अच्छे रिजल्ट का क्या करें, जिसने उनकी बेटी ही छीन ली। लखीमपुर में बोर्ड का रिजल्ट हजारों परिवारों में खुशी तो नैनापुर गांव में मातम लेकर आया द्य इंटर की परीक्षा में फेल हुए यहां के निवासी शत्रोहन के 15 वर्षीय पुत्र अतुल ने फांसी लगाकर जान दे दी द्य रात नौ बजे घटी इस घटना से गांव में कोहराम मच गया द्य अतुल कफारा के रफी अहमद उस्मानी इंटर कालेज में कक्षा 12 का छात्र था द्य पढाई में तेज माने जाने वाले अतुल के व्यवहार की भी पूरा गांव तारीफ करता है द्य लेकिन शुक्रवार को जब बोर्ड के रिजल्ट घोषित हुए तो अतुल के परीक्षा परिणाम ने उसे गहरी निराशा में ढकेल दिया द्य परीक्षा में फेल हुआ अतुल रिजल्ट देखने के बाद से लगातार परेशान था। हलांकि परिजनो ने उसे फेल होने के लिए कोई उलाहना भी नहीं दिया थाद्य रात करीब आठ बजे वह घर से निकला तो परिजनों ने समझा कि वह अपने दोस्तों के साथ होगा द्य काफी देर ना लौटने पर तलाश शुरू हुई तो अतुल का शव घर के पास ही कटहल के पेड़ से लटकता मिला द्य इसके बाद बदहवास हुए परिजनों ने जैसे तैसे शव को उतारा द्य किसी ने मीडिया से जुडे लोगों को खबर दी तो यह सूचना पुलिस तक पहुंचीद्य देर रात कफारा चैकी पुलिस भी मौके पर गई थी। शाहजहांपुर में हाईस्कूल में फेल होने के बाद एक छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि छात्र चार सब्जेक्ट मे फेल हो गया था। छात्र ने फेल होने की सूचना मां को दी और उसके बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कोतवाली क्षेत्र के अजीजगंज मोहल्ला निवासी अजय पाल फल बेचने का काम करते हैं। अजय का दूसरा बेटा सौरभ ने स्वामी विवेकानंद इंटर क लेज से हाईस्कूल का प्राइवेट फार्म भरा था। सौरभ को उम्मीद थी कि वह पास हो जाएगा। लेकिन जब रिजल्ट आया तो सौरभ चार सब्जेक्ट में फेल था। इसके बाद उसने यह सूचना मां और बहन को दी। सौरभ के चाचा ने बताया कि मां और बहन ने सौरभ से कहा कि कोई बात नहीं इस बार पास नहीं हुआ थो क्या अगली बार हो जाएगा। लेकिन फेल होने से सौरभ इतना मायूस था कि वह मां को बाय बोलकर अपनी बाइक लेकर निकल गया। इसके बाद फांसी लगा ली।काफी देर तक जब सौरभ नहीं लौटा तो परिजन उसकी तलाश में निकले तो खाली मकान के बाहर उसकी बाईक खड़ी थी। घर में जाकर देखा तो सौरभ फांसी के फंदे पर झूल रहा था। सौरभ की आत्महत्या से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। सोनभद्र राबट्र्सगंज कोतवाली क्षेत्र के सु त कस्बे में शुक्रवार को हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में फेल होने पर एक छात्रा ने खुदकुशी कर ली। उसका शव घर के पास कुएं में बरामद हुआ। उसने घटना को तब अंजाम दिया जब उसके अब्बू व मम्मी कहीं बाहर चले गए। इस घटना से सु त क्षेत्र में मातम छा गया। सु त गांव निवासी अमीर अली की पुत्री सबिना का शव अपराध तीन बजे घर के पास कुएं से बरामद हुआ। परिवार वालों के मुताबिक शुक्रवार की दोपहर बाद सबिना को अपने 10 वीं के रिजल्ट की जानकारी हुई। उसे जब यह पता चला कि वह फेल हो गई है तो परेशान हो गई। उसे डांट फटकार लगाने की बजाय पुनरू मेहनत से पढ़ाई करने की नसीहत देकर उसके अब्बू व अम्मी किसी काम से घर से बाहर चले गए। कहा जा रहा है कि अपराā दो बजे के आसपास वह कुएं में कूद पड़ी। जब दोनों घर पहुंचे तो सबिना घर पर नहीं थी। तीन बजे उसकी खोज शुरू हुई। कुछ लोगों ने कुएं में देखा तो वह दिखाई दी। ग्रामीणों की मदद से उसे बाहर निकाला गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। परिवारवालों के मुताबिक सबिना सु त के लोहरा स्थित राणा प्रताप हाईस्कूल में पढ़ती थी और इसी स्कूल से 10 वीं की परीक्षा दी थी। इलाहाबाद में अंबेडकर नगर के छात्र विवेक यादव19 ने गुरुवार रात फांसी लगाकर जान दे दी। शुक्रवार सुबह ल ज के दूसरे छात्रों ने देखा तो पुलिस को खबर मिली। छात्र के कमरे से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट के मुताबिक- मैं अपनी जिंदगी से परेशान हो गया हूं। जो कर रहा हूं, वह अपनी मर्जी से। इसके लिए कोई दोषी नहीं है। अंबेडकर नगर जिले के हसवर थाना क्षेत्र के नारायणपुर įीतमपुरा निवासी किसान रामफल के छह बेटों में विवेक सबसे छोटा था। वह चांदपुर सलोरी स्थित द्विवेदी ल ज में किराए का कमरा लेकर įतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। गुरुवार रात कमरे में सोया। सुबह दूसरे कमरे के छात्र अभिषेक पांडेय की नजर कमरे में गई तो विवेक गमछे से बने फंदे से फांसी पर लटका था। कर्नलगंज पुलिस ने छानबीन कर परिजनों को खबर दी। घरवालों ने बताया कि विवेक चार साल से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसी से शायद परेशान होकर उसने आत्मघाती कदम उठाया। मां विमला, भाई और बहन रोते-बिलखते रहे। गोरखपुर गोरखपुर जिले के झंगहा थाना छेत्र के ग्रामपंचायत तेन्दुआ खुर्द में 15 वर्षीय राम सजन पुत्र हीरा गुप्ता हाई स्कूल में ग्रेस मार्क से पास होने पर घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया। इसके माँ बाप कल ही किसी काम से मऊ गये थे । घर पर कोई नहीं था। जब तक लोगो को जानकारी हुई तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।