भारत सरकार की छः सदस्यीय टीम आपदा से राज्य क्षति की करेगी जाँच
भारत सरकार की छः सदस्यीय टीम 6 अक्टूबर को उत्तराखण्ड आ रही है। टीम के सदस्य अलग-अलग पिथौरागढ़, बागेश्वर, चमोली, रूद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और टिहरी जनपदों में हुई क्षति का आकलन करेंगे। अतिवृष्टि और अन्य दैवीय आपदा में राज्य की संरचनाओं की क्षति हुई है। पेयजल, उर्जा, स्कूल, सड़क, पुल, ग्रामीण मार्ग, कृषियोग्य भूमि आदि को भारी नुकसान हुआ है। इस सम्बंध में मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह ने मंगलवार को सभी जिलाधिकारियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से दिशा निर्देश दिए। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने भारत सरकार को 778 करोड़ रूपये की क्षति का मेमोरेंडम भेजा है। एसडीआरएफ मद मे 624 करोड़ रूपये ही अनुमन्य है। शेष धनराशि की भरपाई के लिए मेमोरेंडम भेजा गया है। क्षति का भौतिक सत्यापन करने भारत सरकार की टीम जनपदों का भ्रमण करेंगी। 8 अक्टूबर को सचिवालय में रैप अप मीटिंग के बाद टीम वापस दिल्ली रवाना हो जायेगी। वीडिया कांफे्रंसिंग के दौरान मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को आधार की सीडिंग, प्रधानमंत्री मुद्रा, स्टैंड अप इंडिया और वित्तीय समावेशन के कार्यो में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। स्पष्ट किया कि छात्रवृत्ति, पेंशन, राशन कार्ड, सिलिंडर आदि लाभार्थी को मिलने वाले लाभ आधार कार्ड से जुड़ने पर ही मिल पायेंगे। बैठक में अपर मुख्य सचिव डाॅ.रणवीर सिंह, प्रमुख सचिव ऊर्जा डाॅ.उमाकांत पवांर, सचिव सिंचाई आनंद बर्धन, सचिव परिवहन सीएस नपलच्याल, सचिव लोनिवि अरविन्द सिंह हयांकी, सचिव वित्त अमित नेगी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।