मृत लोगों के लिए मसीहा बना यह शख्स, जानिए खबर
सूरत | गुजरात के रहने वाले 55 वर्षीय वेनीलाल मालवाला एक ऐसे शख्स हैं जो सबकुछ भूलकर उन लोगों के लिए काम करते हैं, जिनके बारे में कोई नहीं सोचता। वेनीलाल पेशे से कारोबारी हैं लेकिन उनके लिए पैसे कमाना ही सबकुछ नहीं है। वह ऐसी लाशों का अंतिम संस्कार करते हैं जो लावारिस होती हैं। इस काम में वेनीलाल अपनी जेब से रुपये खर्च करते हैं। बीते 18 वर्षों से अब तक वह 7,000 लाशों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं। वेनीलाल का जरी का व्यवसाय है लेकिन लावारिस लाशों के अंतिम संस्कार के आगे वह अपने व्यापार पर भी ध्यान नहीं देते। उन्होंने बताया कि 18 साल पहले उन्होंने मालवाला अग्नि दाह सेना नाम का एक ट्रस्ट बनाया। एक लाश के अंतिम संस्कार में वह 505 रुपये खर्च करते हैं। फिलहाल अब इस नेक काम के लिए उनके ट्रस्ट को लोग डोनेशन भी देने लगे हैं। उन्होंने बताया कि 1997 में एक सड़क हादसे में घायल हुए व्यक्ति को वह अस्पताल ले जाना चाहते थे। वह गंभीर रूप से घायल था। रास्ते में पुलिसवाले ने उन्हें रोक लिया और वह समय से अस्पताल नहीं पहुंच सके। इस घटना के बाद उन्हें बहुत आघात लगा। घायल की मौत के बाद उसकी लाश को कोई क्लेम करने नहीं आया। वेनीलाल ने बताया, ‘उस अज्ञात व्यक्ति का जब कोई नहीं मिला तो मैंने उसकी अंतिम संस्कार किया। फिर मुझे लगा कि इस जैसे तमाम लोग होंगे जिनकी मौत के बाद उनकी लाश लावारिस फेंक दी जाती होगी इसलिए मैंने ऐसी लाशों का अंतिम संस्कार करने की ठानी। एक ट्र्स्ट बनाया और फिर मुहिम में लग गया।’