मैड के सदस्यों ने किया बाढ़ प्रभावित जगहों के निरक्षण के साथ मदद
देहरादून | देहरादून के शिक्षित छात्रों के संगठन मेकिंग अ डिफरेंस बाई बीइंग द डिफरेन्स (मैड) ने भारी बारिश से प्रभावित हुए क्षेत्रों में राहत सामग्री जैसे चावल, आटा, कपड़े आदि वितरित किये। सदस्यों ने साथ ही साथ भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हुए एम डी डी ए के रिवर फ्रंट डेवलोपमेन्ट प्रोग्राम का भी दौरा किया। मैड के सदस्य सुबह 10बजे ऐश्ले हाल पे एकत्रित हुए और फिर रिस्पना में आई बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों की ओर निकल पड़े।सदस्यों ने ये देखा कि रिवर फ्रंट डेवेलपमेंट के तहत बनायी गई दीवार पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है।अपनी शनिवार की प्रेस कांफ्रेंस में मैड ने एम डी डी ए के रिवर फ्रंट प्रोग्राम के तथ्य साझा किए थे जिनमें ये साफ तौर पर दिख रहा था कि रिस्पना और बिंदाल नदियों पर रिवर फ्रंट डेवेलपमेंट के नाम पर बनाई गई रिटेनिंग वाल पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। मैड ने ये भी कहा कि वो इस प्रोग्राम और इन रिटेनिंग वाल की हालत ये बारे में पहले ही मुख्य सचिव, जिलाधिकारी और एम डी डी ए के वीसी को बता चुके है।इसके जवाब में उनका यह कहना है कि ये दीवार पिछले 100 साल के बाढ़ के डेटा स्टडी करके बनाई गई है। परंतु इन दीवारों की हालत इस स्टडी से बिल्कुल भिन्न है और ये दीवार कुछ और ही कहानियां बयां कर रही है। इसके बाद संस्था के सदस्यों ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत समिग्री बांटा। मैड के आज के कार्यक्रम में शार्दुल असवाल, आदर्श त्रिपाठी, सात्विक, मानसी अग्रवाल, अथर, आदि शामिल थे।