“मैड” के सपने को मिला नया नेतृत्व
देहरादून | एक विशेष रूप से बुलाई गयी प्रेस वार्ता में देहरादून के शिक्षित छात्रों के संगठन, मेकिंग ए डिफ्फेरेंस बाय बीइंग द डिफ्फेरेंस (मैड) संस्था ने ऐलान किया कि नया नेतृत्व अब अपने बताए गए पर्यावरणीय और नागरिक मुद्दों के लक्ष्यों को उन्मुख करने की उपलब्धि की दिशा में आंदोलन को आगे ले जाएगा | मैड के संस्थापक अध्यक्ष, अभिजय नेगी ने मीडिया को बताया कि संस्था में कुछ समय पहले चुनाव कराये गए थे और उनके परिणाम के अनुसार, मैड के दो अनुभवी सदस्य- करन कपूर और स्वाति सिंह को क्रमश: अध्यक्ष व सचिव के पद पर विधिवत चुना गया। अभिजय नेगी ने बताया कि युवाओं को नेतृत्व के अवसर देना मैड संस्था का एक उद्देश्य है। यह नेतृत्व परिवर्तन मैड की नैतिकता के अनुसार भी किया गया है जिसके अनुसार संस्था का नेतृत्व छात्रों द्वारा ही किया जायेगा। पिछले सात सालों में मैड न सिर्फ देहरादून के सभ्य समाज की सबसे बुलंद आवाज़ रहा है, बल्कि ज़मीनी स्तर पर भी मैड ने अनेकों अभियान, जैसे सफाई अभियान, गन्दी दीवारों का कायाकल्प, पौधारोपण चलाये हैं। इन अभियानों के माध्यम से मैड ने शहर के कई युवाओं को अपनी क्षमता में शहर के हित में काम करने के लिए प्रेरित भी किया है। मैड ने अब तक 500 से भी ज़्यादा ऐसे साप्ताहिक कार्यक्रम चलाये हैं। इन अभियानों के अलावा, रिस्पना नदी के पुनर्जीवन के लिए मैड के निरंतर प्रयासों का ही परिणाम है कि अब सरकार ने रिस्पना पुनर्जीवन प्रोजेक्ट शुरू किया है। नेगी ने कहा की इस नेतृत्व परिवर्तन के माध्यम से ज़्यादा से ज़्यादा युवा देहरादून के हित में काम करना अपनी ज़िम्मेदारी समझेंगे। करन कपूर और स्वाति सिंह ने मैड के अभियानों को उत्साह एवं ऊर्जा से आगे लेकर जाने की प्रतिज्ञा ली। दोनों सदस्यों ने ही पहले भी मैड के अभियानों में अपनी क्षमता का प्रदर्शन कियाअ है। कारन कपूर ने 2013 की केदारनाथ त्रासदी के दौरान खुद केदारनाथ जाकर राहत वस्तुओं के वितरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। करन उस समय 11वीं कक्षा में थे। दूसरी ओर, संस्था की मुख्य कलाकार होने के साथ साथ, स्वाति मैड के बैकग्राउंड के काम सम्हाल रही हैं।