मैड ने नेश्विल्ला में एक और चित्रकला प्रदर्शित कर पूरे किये 21 कायापलट अभियान
देहरादून के शिक्षित छात्रों के संगठन मेकिंग ए दिफरंस बाए बीईंग द दिफरंस (मैड) संस्था ने रविवार को अपना इकीस्वां कायापलट अभियान चलाया| ओल्ड सर्वे रोड, जाखन, भंडारी बाघ, रेलवे स्टेशन, इत्यादि के बाद आज इन युवाओं ने अपने ही द्वारा बनायीं पहली चित्रकला, जो नेश्विल्ला रोड के मध्य के कूड़ेदान के समीप थी; उसी से थोड़ी ही दूर अपना आज का अभियान चलाया जहाँ मैड ने पूर्व में एक सुपरमैन सलीखा चित्र बनाकर यह सन्देश देना चाहा था कि “मंगल पर पहुँच गए है हम; ये गन्दगी कब होगी कम?” आज सुपरमैन के बगल में सुपेरवोमन का चित्र बनाया गया| विभिन्न स्कूल एवं कालेज के छात्रों ने अभियान में हिस्सा लिया| सबसे पहले कार्यक्रम में शिरकत करने पहुचे लगभग तीस युवाओं ने पेशाब और काई से सनी दोनों दीवारों को पानी से धोया और सतह समतल करने के पश्चात् दीवारों से चिपके पोस्टर हटाकर उन पर चूना लगाया गया| इसके बाद मैड की ही दो सदस्याओं ने पेंसिल से चित्र बनाए और उनका खाका तैयार कर दिया| खाका तैयार होने के बाद सभी स्वयंसेवियों ने पेंट्स का इस्तेमाल कर दो दीवारों पर दो चित्रकलाएं तैयार कर दी| अभियान के दौरान मैड के प्रयासों को कई राह चलते लोगों ने सराहा| इस अभियान के अलावा मैड बीते हफ्ते अर्थ डे पर माउंट ज़ी स्कूल एवं सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल के साथ सफाई अभियान चला चुका है | गौरतलब है कि पनद्र से तेईस वर्ष के छात्रों का समूह अपने अपने जेब खर्च से ऐसे कार्यक्रमों का सञ्चालन करते आ रहा है | इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से सौरभ नौटियाल, सम्मानिका रावत, शैलजा, सोनल, अंकित, अर्नव इत्यादि शामिल हुए|