राज्य में मशरूम उत्पादन को सरकार देगी बढ़ावा
राज्य में मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए 5-6 थ्रस्ट एरिया विकसित किए जाएंगें। इन क्षेत्रों में मशरूम की खेती के लिए इच्छुक महिलाओं को सरकार के व्यय पर प्रशिक्षण देने के लिए सहकारिता विभाग व हाॅर्टीकल्चर विभाग मिलकर योजना तैयार करेंगे। शुक्रवार को न्यू कैंट रोड़ स्थित मुख्यमंत्री आवास में सहकारिता विभाग की ओर से आयोजित मशरूम प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उक्त निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी में प्रस्तुत किए गए मशरूम व मशरूम से बने सलाद व अचार की प्रशंसा करते हुए कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में मशरूम का काफी स्कोप है। यहां की जलवायु इसके उत्पादन के लिए अनुकूल है। पर्वतीय क्षेत्रों में खाली मकानों में इसे उगाया जा सकता है। यह ग्रामीणों की आजीविका व रोजगार का महत्वपूर्ण साधन हो सकता है। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि हमने रवाईं को मशरूम घाटी घोषित किया है। वहां इस पर अच्छा काम हो रहा है। इसके अलावा बहुत से लोग व्यक्तिगत स्तर पर भी अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने सौम्या फूड्स सहकारी समिति की सुश्री दिव्या रावत की सराहना करते हुए कहा कि चमोली जिले में मशरूम उत्पादन में उनके द्वारा किया गया काम दूसरों को भी प्रेरित कर रहा है। मुख्यमंत्री ने सहकारिता विभाग द्वारा प्रदर्शित छोटे कोल्ड स्टोरेज का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर सचिव सहकारिता विजय ढौंडि़याल, हाॅर्टीकल्चर मिशन के निदेशक बीएस नेगी, सहायक निबंध सहकारिता रमिंद्री मंद्रवाल, जिला सहायक निबंधक राजेश चैहान, सुमन कुमार आदि उपस्थित थे।