राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना केंद्र का सही फैसला : अजय भट्ट
देहरादून। भाजपा के विधायकों के दस दिन बाद देहरादून पहुंचने पर प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं द्वारा उनका स्वागत किया गया। आज दोपहर भाजपा विधायक पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद भागत सिंह कोश्यारी के साथ दिल्ली से देहरादून पहुंचे। इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि हरीश रावत और गोविंद सिंह कुंजवाल ने राज्य में लोकतंत्र की हत्या कर दी थी। राष्ट्रपति शासन लगाकर कर केंद्र ने सही कदम उठाया। 18 मार्च को विधानसभा में हंगामे के बाद भाजपा विधायक और कांग्रेस के नौ बागी विधायक राज्यपाल से मिलने के बाद दून से उसी रात को विमान से दिल्ली रवाना हो गए थे। इन दस दिनों में भाजपा विधायकों ने कुछ दिन दिल्ली में, कुछ दिन गुड़गांव में और कुछ दिन राजस्थान में बिताए। गत दिवस प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद सोमवार को भाजपा विधायक प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट के नेतृत्व में दून पहुंचे। प्रदेश की हरीश रावत सरकार को बर्खास्त कराने और राज्य में देहरादून पहुंचने पर भाजपा विधायकों का बलवीर रोड स्थित प्रदेश मुख्यालय में कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत किया गया। इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि हरीश रावत और गोविंद सिंह कुंजवाल ने राज्य में लोकतंत्र की हत्या कर दी थी। राष्ट्रपति शासन लगाकर कर केंद्र ने सही कदम उठाया। उन्होंने कहा कि अब हरीश रावत यह कहकर कि केंद्र सरकार ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाकर लोकतंत्र की हत्या की है से सहानुभूति लेना चाह रहे हैं, लेकिन राज्य की जनता सब जान और समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ के लिए अपदा मद में केंद्र सरकार से मिले 1509 करोड़ का हिसाब हरीश रावत आज तक नहीं दे पाए हैं। सीबीआई जांच हुई तो सबसे पहले हरीश रावत और उनकी सरकार के लोग जेल जाएंगे। इस मौके पर पूर्व सीएम और हरिद्वार सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि हरीश रावत सरकार ने राज्य को चैराहे पर खड़ा कर दिया था। हरीश सरकार के राज में हर दिन एक घोटाला होता था। राज्य में जंगलराज कायम हो गया था। अराजकता का माहौल बन गया था। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाकर सही कदम उठाया, इसके लिए उन्होंने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को भी धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए हरीश रावत द्वारा भाजपा और केंद्र सरकार को दोष दिया जा रहा है, जो कि गलत है। निशंक ने कहा कि कांग्रेस का कुप्रचार का चरित्र है। उन्होंने कहा कि 18 मार्च को ही हरीश रावत की सरकार अल्पमत में आ गई थी। राज्यपाल को उसी दिन हरीश रावत सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए था। इसके बावजूद राज्यपाल ने उन्हें बहुमत साबित करने का समय दिया, जबकि विपक्ष ने इसकी मांग नहीं की थी।