वन अनुसंधान संस्थान देहरादून एवं तटरक्षक रक्षा मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा कार्यशाला का आयोजन
देहरादून! वन अनुसंधान संस्थान देहरादून 12 से 16 जनवरी तक भारतीय तटरक्षक के कमांडेन्टों के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। प्रशिक्षण का विषय तटवर्ती पारितंत्रों का संरक्षण एवं प्रबंधन है। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य तटरक्षक के अधिकारियों को समुद्री पारितंत्रों समुद्री संरक्षित क्षेत्रों और भारत में उनके प्रबंधन के विषय में जागरूक बनाना है। भारतीय सुदूर संवेदी संस्थान इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान रूडकी टैªफिक कार्यालय नई दिल्ली भारतीय मौसम विज्ञान विभाग देहरादून जैसे विभिन्न संस्थानों से प्रतिष्ठित संकायों ने तटवर्ती क्षेत्र विषयों यथा तटवर्ती पारितंत्र प्रबंधन में सुदूर संवेदी के उपयोग तटवर्ती क्षेत्रों के पारिस्थितिकीय संवेदी क्षेत्रों के साथ-साथ अनुवीक्षण एवं सतर्कता में उन्नत तकनीकों के उपयोग, कच्छवनस्पतियों की पादपीय विविधता तटवर्ती आपदा तथा तटवर्ती संरक्षित क्षेत्रों की सुरक्षा और प्रबंधन पर सहभागियों को जानकारी उपलब्ध कराई। सम्पूर्ण भारत के पांच विभिन्न क्षेत्रों के सहभागी इस प्रशिक्षण में भाग ले रहे हैं। डा0 पद्म प्रकाश भोजवैद निदेशक वन अनुसंधान संस्थान ने प्रशिक्षण का उद्घाटन किया। उन्होने प्रशिक्षण में भाग ले रहे सहभागियों को प्रतिष्ठित संस्थानों के ख्याति प्राप्त संकाय विशेषज्ञों के साथ पारस्परिक विचार-विमर्श करके तटवर्ती पारितंत्र और संरचनाओं के बारे में जानने की सलाह दी। श्री कुणाल सत्यार्थी प्रमुख वन संवर्धन प्रभाग तथा प्रशिक्षण के पाठ्यक्रम निदेशक ने तटवर्ती क्षेत्रों में निवास कर रहे गरीब लोगो के लिए आजीविका और तटवर्ती पारितंत्र की सुरक्षा और प्रबंधन पर जोर दिया। श्री वी0 के0 धवन अनुसंधान अधिकारी वन अनुसंधान संस्थान प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन कर रहे हैं। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारतीय तटरक्षक के 12 कमांडेन्ट भाग ले रहे हैं।