विभागीय लापरवाही के आगे बेबस हुआ छात्र
देहरादून। जनता जन आंदोलन चेरिटेबल ट्रस्ट ने डाक विभाग और पासपोर्ट विभाग की लापरवाही के चलते विदेश में अपनी प्रतिभा दिखाने से सुभाष कोठियाल चूकने को लेकर शहीद स्मारक में धरना दिया। जनता जन आन्दोलन चेरिटेबल ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण खन्ना का कहना था कि नई टिहरी के कंडियाल गांव निवासी सुभाष कोठियाल जापान में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन नहीं कर पायेगा। केंद्र सरकार का विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय देश भर से लगभग 60 बच्चों को एक सप्ताह के स्टडी टूर पर जापान भेज रहा है। उत्तराखंड से इस टूर में जाने वाला सुभाष एकमात्र छात्र है। कंडियाल गांव निवासी 16 वर्षीय सुभाष नई टिहरी ने बताया कि अक्टूबर 2014 में दिल्ली में हुए इंस्पायर अवार्ड में उसने कूड़े से बिजली बनाने का माॅडल प्रदर्शित किया था, जिसमें उसे उत्तराखंड से पहला स्थान मिला। बताया कि इस माॅडल में कूड़े को सड़ाया जाता है। जिससे मिथेन गैस बनती है। उस गैस से बाॅयलर में पानी गर्म किया जाता है और उस भाप से टरबाइन चलती है। सुभाष राइंका काॅलेज पौखाल में अध्ययनरत है। वहां विज्ञान के शिक्षक मानइंद्र सिंह कैंतुरा ने उसे इस माॅडल को बनाने के लिए सहयोग और प्रेरित किया। अब दिल्ली से केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय विभाग द्वारा 17 मई को सात दिन के लिए जापान में स्टडी टूर के लिए भेजा जाना था। सुभाष के पिता गिरीश चंद्र कोठियाल लखनऊ शुगर मिल में कर्मचारी हैं जबकि मां शशि देवी आंगनवाड़ी कार्यकत्री हैं। सुभाष के माॅडल से प्रभावित होकर केंद्रीय मंत्रालय उसे सात दिन के लिए स्टडी टूर पर जापान भेज रहा है। सुभाष के द्वारा अप्रैल माह में डाक द्वारा अपना पासपोर्ट साइंस मंत्रालय को भेजा था जहाँ के कर्मचारी तुलसीदास द्वारा पासपोर्ट खो दिया गया और दोबारा पासपोर्ट बनाने के लिए वह छात्र पासपोर्ट कार्यालय देहरादून के चक्कर लगा कर थक गया लेकिन पासपोर्ट कार्यालय उसका पासपोर्ट नहीं बना रहा है। अरूण खन्ना का कहना है कि ऐसे होनहार छात्र के भविष्य के साथ खिलवाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।