समरजहां हत्याकांड का खुलासाः राकेश गुप्ता समेत मोमिन गिरफ्तार
देहरादून। पुलिस ने देहरादून के सहस्रधारा में हुए समरजहां उर्फ रिहाना हत्याकांड का खुलासा कर दिया। इस संबंध में एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी। एसएसपी ने बताया कि मामले मे पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। राकेश गुप्ता, सीमा सिंघल, कार्तिक और मोमिन को गिरफ्तार किया गया है। बताया गया कि 2 लाख रुपए की सुपारी देकर समरजहां की हत्या करवाई गई थी। अवैध संबंधों के चलते समरजहां की हत्या हुई। राकेश गुप्ता के बेटे कार्तिक गुप्ता ने मुजफ्फरनगर के शूटरों से समरजहां की हत्या कराई थी। कार्तिक और उसकी मां सीमा ने मिलकर हत्या की साजिश रची थी। अपने कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि समरजहां को लेकर गुप्ता परिवार में कड़वाहट बढ़ गई थी। यह कड़वाहट तब और बढ़ गई जब आठ महीने पहले राकेश गुप्ता ने समर जहां को रुड़की शिफ्ट कर दिया। वह हर मंगलवार उससे मिलने आता था और उसे मोटी रकम देता था। परिवार को लगा इस तरह तो समरजहां एक दिन उनकी प्रॉपर्टी पर भी दावा करने लगेगी। तब वह सड़क पर आ जाएंगे। इस बीच पता चला कि दवा कारोबारी राकेश गुप्ता ने समरजहां के नाम देहरादून में 25 लाख रुपए का एक फ्लैट बुक करा दिया है। इसक बात पर गुप्ता परिवार में काफी झगड़ा हुआ। तब कारोबारी ने अपने बेटे कार्तिक को भी देहरादून शिफ्ट करने का फैसला किया। करीब 20 दिन पहले रेस्टोरेंट और बुटीक दोनों एक साथ खुले, लेकिन यहां समरजहां अपनी बुटीक को संभालने के साथ-साथ रेस्टोरेंट में भी दखल देने लगी। समरजहां वहां होने वाली कमाई से भी कुछ हिस्सा ले लेती थी। जिससे कार्तिक परेशान रहने लगा। यह बात जब दवा कारोबारी की पत्नी सीमा को पता चली तो उसने समरजहां को रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया। सीमा गुप्ता के कहने के बाद कार्तिक ने मुजफ्फरनगर निवासी मोमिन से संपर्क किया। मोमिन ने शूटर से बात की और उसे लेकर छह मई को देहरादून आया। यहां कार्तिक ने उसे समरजहां का फ्लैट और बुटीक दिखाया और उसके आने-जाने की टाइमिंग भी बताई। इसके बाद सात मई की रात समरजहां की गोली मार कर हत्या कर दी गई। रेस्टोरेंट चलाने वाले गुप्ता के बेटे कार्तिक ने समरजहां की हत्या में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने घटना वाली रात हत्या के कारणों का पता लगाने के लिए गुप्ता परिवार पर फोकस कर दिया था। पुलिस को यह जानकारी हो गई थी कि समरजहां से रिश्ते को लेकर गुप्ता परिवार में काफी समय से कड़वाहट चल रही थी। पुलिस को उम्मीद थी कि हत्या के तार इस परिवार से भी जुड़े हो सकते हैं। प्राथमिक जांच में सच बाहर नहीं आया तो पुलिस ने समरजहां के एक अन्य करीबी की तरफ जांच की दिशा घुमा दी। तीसरे दौर की बातचीत में गुप्ता परिवार के एक शख्स के बयानों में विरोधाभास आया तो पुलिस ने नए सिरे से शिकंजा कस दिया। वारदात का शिकार महिला पहले पति को तलाक देकर मुजफ्फरनगर के एक दवा कारोबारी राकेश गुप्ता के साथ लिव इन रिलेशन में रह रही थी। कारोबारी 15 दिन पहले ही उसे यहां लेकर आया था। समरजहां खुद भी तलाकशुदा थी। गुप्ता का बेटा कार्तिक सहस्त्रधारा रोड पर पैसेफिक गोल के पास माउंट ग्रिल के नाम से फैमिली रेस्टोरेंट चलाता था। समरजहां गुप्ता के बेटे के साथ रेस्टोरेंट की देख-रेख करती थी। गुप्ता अब रेस्टोरेंट के बराबर में ही समरजहां के लिए बुटीक सेंटर खुलवा रहा था।