हक की लड़ाई : शीला रावत के समर्थन में अनेक समाजिक एवम राजनीतिक संगठन आये आगे
देहरादून | 13 अप्रैल से अनिश्चित कालीन धरने में समर्थन को आज 29वें दिन शीला रावत के समर्थन में विभिन्न सामाजिक,कर्मचारी,श्रमिक राजनीतिक संगठनों से जुड़े लोग धरना स्थल पर पहुंचे। धरना स्थल पर उत्तरांचल परिवर्तन पार्टी से प्रभात ध्यानी, उत्तराखण्ड क्रांति दल से केंद्रीय महामंत्री शांति प्रसाद भट्ट, अपना परिवार से पुरुषोत्तम भट्ट, राकेश काला, ट्रेड यूनियन से जगमोहन मेहंदी रत्ता, जगदीश कुकरेती, जनमोर्चा से अमित जैन आदि ने एक शुर में शीला की लड़ाई में एकजुट होने का आह्वाहन किया। शीला रावत ने प्रमुख माँगे रखी है विगत 7 वर्ष से निरन्तर कार्यरत महिला कर्मी को उत्पीड़न कर बाहर करने के निर्णय को वापस लेकर, ससम्मान विभाग में वापसी,आउट सोर्स पर तैनात सभी कर्मियों की विभाग में स्थाई नियुक्ति, प्रतिनियुक्ति पर तैनात निदेशक एम. पी. एस. बिष्ट पर महिला उत्पीड़न व तानाशाही को लेकर कार्यवाही, विभाग में व्याप्त अनियमित्ताओं की निष्पक्ष जांच, विभाग में महिला उत्पीड़न रोकने के लिए, वूमैन सेल का गठन | धरना में जिनमें कमला बहुगुणा, सुलोचना बहुगुणा, भार्गव चंदोला, प्रभात ध्यानी, जयदीप सकलानी, जगमोहन मेहंदीरत्ता, जयकृत कंडवाल, शांति प्रसाद भट्ट, अमित जैन, सुरेश नेगी, योधराज त्यागी, ज्ञानवीर त्यागी, यशवीर आर्य, सतवीर सिंह, पुरुषोत्तम भट्ट, सुरेन्द्र प्रसाद, रोहित रावत, निजाकत अली, प्रवीन तायल, परवेज, गौरव त्रिपाठी, राकेश काला, संदीप नारायण उनियाल, अशोक शर्मा, जगदीश कुकरेती, ज्ञानेंद्र कुमार, विराट, एस पी चौहान, वाई एम चौहान आदि मौजूद रहे।