ईमानदारी की मिसाल : रिक्शेवाले ने सोने, हीरों और रुपयों से मिले भरे बैग को किया वापस
आज के समय में ईमानदारी देखने को बहुत ही कम ही मिलता है इन्ही कम में ईमानदारी की मिसाल पेश किया है कोलकाता के एक रिक्शेवाले ने | रिक्शेवाले को सोने, हीरों और रुपयों से भरा एक बैग मिला। यह बैग वह अपने पास रख सकता था। एक अच्छी जिंदगी जी सकता था। अपने बीमार बेटे का अच्छे से अच्छा इलाज करा सकता था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। उसने ईमानदारी दिखाई और उस बैग को उसके असली मालिक तक पहुंचाया। मंटू साहा (54) है। दुबई के रहने वाले रुक्मणी देवी (58) लिलुआ स्थित अपने एक रिश्तेदार के यहां आई थीं। वह शुक्रवार को बजरंगबली मार्केट में कुछ शॉपिंग करने गईं। यहां उन्होंने 2.98 लाख रुपये कीमत के सोने और हीरे के जेवर खरीदे। यह जेवर उन्होंने अपने बैग में रखे और इसी बैग में 60,000 रुपये बचे हुए कैश भी रख लिए। वह मंटू के रिक्शे में बैठीं और अपने घर के बाहर उतर गईं। वह अपना बैग उसके रिक्शे में ही भूल गईं। जब वह घर पहुंची तो उन्होंने ध्यान दिया कि अपना बैग वह रिक्शे में ही भूल गई हैं। वह तत्काल बेलूर थाने पहुंचीं और यहां बैग खो जाने की एफआईआर दर्ज कराई। इधर मंटू अपने घर पहुंचा तो उसने रिक्शे में रखा हुआ बैग देखा। वह अपनी टूटी झोपड़ी के अंदर गया। उसने अपनी पत्नी अनु को बैग दिखाया। उन लोगों ने बैग के अंदर रखी जूलरी और कैश देखा उसके बाद फैसला लिया कि वह बैग वे लोग वापस कर देंगे। अनु और मंटू अपने दो बेटों और दो बेटियों को घर पर छोड़कर थाने पहुंचे और वहां बैग वापस किया।