गौतम गंभीर को अदालती कार्यवाही को अनदेखा करना पड़ा भारी
नई दिल्ली |एक रियल एस्टेट डिवेलपर कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में आरोपी पूर्व भारतीय क्रिकेटर गंभीर के खिलाफ अदालत ने वॉरंट जारी किया है। मामले की सुनवाई के दौरान वह कोर्ट में गैरहाजिर थे, जिसके लिए यह कार्रवाई की गई। गौतम गंभीर को अदालती आदेशों और कार्यवाही को अनदेखा करना भारी पड़ा गया । निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की आरोपी कंपनी के विवादित प्रोजेक्ट के ब्रैंड एंबेसडर होने के चलते गंभीर को इस केस में आरोपी बनाया गया है। चीफ मेट्रोपोलिटन मैजिस्ट्रेट(SE) मनीष खुराना ने पूर्व क्रिकेटर के खिलाफ 10,000 रुपये का जमानती वॉरंट जारी किया। साथ ही उन्हें अगली सुनवाई की तारीख 24 जनवरी तक इतने ही रकम की एक जमानती भी कोर्ट में जमा कराने का आदेश दिया है। कोर्ट में उनकी मौजूदगी सुनिश्चित कराने के लिए यह कदम उठाया गया। पिछली सुनवाई के दौरान अदालत ने पेशी से छूट की उनकी मांग ठुकरा दी थी, बावजूद इसके वह सुनवाई के मौके पर कोर्ट में पेश नहीं हुए। जबकि अन्य सभी आरापियों ने इस दिन अदालत के सामने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। अगली बार गंभीर यह गलती न दोहराएं, इसके लिए कोर्ट ने उनके खिलाफ यह सख्त कार्रवाई की।