राजेश है देश के पहले दृष्टिबाधित आइएएस अधिकारी, जानिए खबर
पहचान कोना | सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की यह बात “आइएएस अधिकारी के लिए दृष्टि नहीं, दृष्टिकोण जरूरी ” आने वाले दिनों में बोकारो के जनमानस को प्रभावित करने जा रही हैं। जी हां,लाख चुनौतियों और झंझावातों को झेल आइएएस अधिकारी बने राजेश कुमार सिंह को बोकारो का उपयुक्त बनाया गया है। दृष्टिबाधित राजेश कुमार सिंह के आइएएस अधिकारी बनने पर ही तमाम अड़चने आई थीं, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। सुप्रीम कोर्ट तक मुकदमा लड़कर यह उपलब्धि हासिल की। पटना के धनरुआ निवासी राजेश कुमार सिंह देश के पहले दृष्टिबाधित आइएएस अधिकारी हैं।दृष्टिबाधित होने के बावजूद किसी जिले के उपायुक्त बनने वाले भी यह पहले अधिकारी हैं। संघ लोक सेवा आयोग ने राजेश के आइएएस अधिकारी बनने पर अप्पति जताई थी, लेकिन राजेश ने हार नहीं मानी |