मैं हूं स्वतंत्र भारत की सशक्त नारी……
” स्वतंत्र भारत की सशक्त नारी”
“I am women empower”
मैं हूं स्वतंत्र भारत की सशक्त नारी!!
आगाज़ हूं मैं 21वीं सदी का
अंदाज हूं मैं 21वीं सदी का!!
ना समझना मुझे अब ”प्रश्न”
अब “उत्तर” बन चुकी हूं मैं
नए दौर की हूं मैं नारी
ना समझना मुझको बेचारी!!
अधिकारों की बात करूंगी
अन्याय के खिलाफ जंग लडूंगी!!
रसोई, घर से बाहर निकल कर
खुद को सशक्त बनाऊंगी!!
जिम्मेदारी सबकी निभाई
अब अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगी!!
रिश्ते घर परिवार के साथ
खुद को सुदृढ़ बनाऊंगी!!
अपनी अपनी जिम्मेदारी का
सबको एहसास कराऊंगी!!
जीती आई, सबके लिए मैं
अब कुछ पल, खुद को जीऊंगी!!
“अनाचार” पर खुलकर बात करूंगी
“अत्याचारों” को मिटाऊंगी!!
नारी शक्ति को जगाऊंगी
इनकी पहचान कराऊंगी
इक नया सवेरा लाऊंगी!!
“सशक्तिकरण” की क्रांति लाकर
कुप्रथाओं ,कुरीतियों की, जंजीरों को तोडूंगी!!
“दुर्व्यवहार” और “दुराचार” का खुलकर विरोध करूंगी
डरूंगी नहीं , सहूंगी नहीं
झुकुंगी नहीं, रुकुंगी नहीं!!
बहुत हुआ हमारा “अपमान”
अब पाना है हमको “सम्मान”!!
“योग्यता” को तरासुंगी
“प्रतिभा” को निखारुंगी
क्योंकि मैं “हूं स्वतंत्र भारत की सशक्त नारी”
ना समझना अब मुझे बेचारी!!
– प्रतिभा जवड़ा “प्रिया”