इनसे सीखे : छह बार के संघर्ष के बाद सेना में अधिकारी बनी थी लेफ्टिनेंट चेतना शर्मा
राजस्थान | सेना के तीनों अंगों में महिला अधिकारियों की मौजूदगी और उनके बढ़ते हिस्सेदारी की झलक इस बार के गणतंत्र दिवस परेड में देखने को मिला । नौसेना और वायु सेना के बाद अब थल सेना में भी महिला अधिकारी मार्चिंग दस्ते की परेड का नेतृत्व करती नजर आएंगी। थल सेना में स्वदेश में बनी आकाश मिसाइल सिस्टम के प्रदर्शन के दौरान सेना की युवा अधिकारी लेफ्टिनेंट चेतना शर्मा इसको लीड करते नजर आएंगी। ले. चेतना ने बातचीत में कहा, “मैं बचपन से टीवी पर रिपब्लिक डे परेड देखा करती थी। तभी से मैं इसमें हिस्सा लेने का सपना देख रही थी, जो इस साल पूरा होने जा रहा है।” लेफ्टिनेंट चेतना शर्मा, भारतीय थल सेना के आर्मी एयर डिफेंस रेजीमेंट की युवा अधिकारी हैं। यह रेजीमेंट भारतीय भूमि की दुश्मनों के ड्रोन और एयक्राफ्ट से रक्षा करती है। चेतना शर्मा मूल रूप से राजस्थान के खाटू श्याम गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने नीट भोपाल से इंजीनियरिंग की डिग्री ली है। इसके बाद वह सेना में अधिकारी बनीं। लेफ्टिनेंट चेतना शर्मा के लिए सेना में जाने की राह आसान नहीं रही। उन्होंने ग्रेजुएशन के बाद सीडीएस की परीक्षा दी, लेकिन सफल नहीं हुईं। चेतना ने 6वीं बार में सेना में अधिकारी पद के लिए चयनित हुईं। चेतना शर्मा ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी, चेन्नई में कड़े प्रशिक्षण के बाद आर्मी एयर डिफेंस रेजीमेंट में कमीशन हुईं।