देश में शिक्षा का राष्ट्रीयकरण हो : चन्द्रमोहन
देहरादून | हिन्द मजदूर किसान समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रमोहन का मानना कि इन सभी क्रांतिकारियों ने घनघोर यातनाओ को सहकर हमें सम्मानित जीवन दिया। जितना कष्ट यातना पीड़ा इन महान क्रांतिकारियों ने हमें सम्मानित जीवन देने के लिए सही उतना तो हमारे जन्म देने वाले माँ पिता भी नहीं सह सकते। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रमोहन मानते हैं कि जिस प्रकार भगवान श्री राम, भगवान श्री कृष्ण और भगवान बुद्ध ने हमें उस समय शोषण से मुक्ति दिलाई थी ठीक इसी प्रकार ही क्रांतिकारियों ने हमें अंग्रेजो के अत्यचारों से मुक्ति दिलाई है अतः क्रांतिकारी हमारे लिए भगवान राम, कृष्ण, बुद्ध के समान हैं। अब हमारा यह कर्तव्य है कि जिस प्रकार हमारे क्रांतिकारियों ने अपना बलिदान देकर हमें आज़ादी दिलाई हम भी देश में क्रांतिकारियों के सपने और सम्मान की स्थापना करें । राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रमोहन का मूल उद्देश्य है देश में शिक्षा का राष्ट्रीयकरण हो । जब तक देश में शिक्षा का राष्ट्रीयकरण नहीं होगा तब तक देश को गरीबी और शोषण से मुक्ति नहीं मिल पायेगी। शिक्षा के राष्ट्रीयकरण का अर्थ है देश में विद्यार्थी के लिए एक समान और फ्री पढ़ाई अर्थात देश में सभी प्राइवेट स्कूल बंद हों केवल सरकारी स्कूल ही रहें। गरीबी शोषण तब तक ख़त्म नहीं हो सकते जब तक देश में एक तरह के स्कूल, एक तरह की पढ़ाई की नीति स्थापित नहीं होगी अर्थात शिक्षा का राष्ट्रीयकरण नहीं होगा। इसी से ही गरीबी शोषण का नाश होगा और यही क्रांतिकारियों की इच्छा थी । हमारे देश को आज़ाद हुए लगभग 75 साल से ज्यादा हो गए हैं लेकिन 1947 में जब देश आज़ाद हुआ था तब भी यही नारा था गरीबी हटाओ, गरीबी भगाओ और आज का भी यही नारा है। चाहे भगवान भी आकर देश की सत्ता संभाल लें अगर देश में शिक्षा भेद है तो गरीबी और शोषण का अंत हो ही नहीं सकता। जब तक देश में एक तरह का स्कूल, एक तरह की पढ़ाई यह नीति लागू नहीं होगी देश में से गरीबी शोषण खत्म नहीं होंगे। नेता और गरीब के बच्चें एक ही स्कूल पढ़ें और एक जैसी ही शिक्षा प्राप्त करें तब ही सभी देशवासी गरीबी और शोषण से मुक्त होंगे और खुशहाल होंगे। आप सभी से अपील है कि हिन्द मजदूर किसान समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रमोहन द्वारा देश में क्रांतिकारियों के सपने और सम्मान को स्थापित करने का जो अभियान शुरू किया गया है उसमें आप सब बढ़ चढ़कर उनका साथ दें।
कार्यक्रम में यह रहे उपस्थित
इस अवसर पर रिटायर्ड कैप्टन बंसीलाल, कमांडेंट काला , रिटायर्ड सीनियर सीबीआई ऑफिसर बी.पी. बागची , हिंदी जगत सिनेमा के एक्टर आनंद कृष्णन जी, भूतपूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रमेश चंद्र ममगायन, क्षेत्रीय पार्षद संजीव बंसल , भूतपूर्व लांसनायक शांतिप्रसाद, भूतपूर्व सैनिक मनोज कुकरेती , जगमोहन पुंडीर , किसान मोर्चा उपाध्यक्ष कृपाल जवाड़ी , राकेश जवाड़ी जी, विकास जी, विमला देवी , निशा रतोड़ी , मालती ममगायन , मंजू तोमर , राखी राणा , छविस्का बाली इत्यादि उपस्थित रहे।