उत्तराखंड : राज्य भर में 300 से अधिक धार्मिक अतिक्रमण चला बुलडोजर
देहरादून। धार्मिक संरचनाओं की आड़ में किए गए अवैध कब्जों को हटाए जाने का काम अब लगातार जारी है। आज पहाड़ से लेकर मैदान तक दर्जनों मजारों पर बुलडोजर चलाकर उन्हें ध्वस्त कर दिया गया। पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में आज सहसपुर, विकासनगर और पौड़ी में कई स्थानों पर बनी अवैध मजारों को हटाया गया, अच्छी बात यह है कि इस दौरान पुलिस प्रशासन को किसी भी तरह के विरोध का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
बीते कल विकासनगर के छरबा में चार मजारों को तोड़े जाने के बाद प्रशासन का बुलडोजर सहसपुर क्षेत्र में चलता दिखा। यहां औघोगिक क्षेत्र में तथा सड़कों के किनारे बनी कई मजारों को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया। क्षेत्र में प्रशासन द्वारा 10 मजारों को चिन्हित किया गया था जिन्हें थोड़ा जाना है समाचार लिखे जाने तक इनमें से पांच मजारों को तोड़ा जा चुका था जबकि बाकी मजारों को तोड़ने का काम जारी था। विकासनगर क्षेत्र में चिन्हित की गई 5 मजारों को तोड़ने का काम आज शुरू हो चुका है। शीशम बाड़ा क्षेत्र में बनी मजार को भी आज ध्वस्त कर दिया गया है। उधर पौड़ी में आज वन विभाग की जमीन पर बनी अवैध मजारों पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई। सतपुली और कोटद्वार से प्राप्त समाचार के अनुसार यह जंगल के अंदर बनी कुछ मजारों को तोड़ा गया है तथा सड़क किनारे कोटद्वार में बनी मजार को भी तोड़ दिया गया है। पहाड़ से मैदान तक अब इन अवैध कब्जों को हटाने का काम तेजी से किया जा रहा है। अब तक राज्य भर में 300 से अधिक धार्मिक संरचनाओं को हटाया गया है जिसमें 29 मंदिर भी शामिल है अब तक की इस कार्रवाई के माध्यम से 70 हेक्टेयर से अधिक वन भूमि को मुक्त कराया गया है। उल्लेखनीय है कि इन धार्मिक संरचनाओं में लगभग 75 फीसदी कुमाऊं मंडल में है। हरिद्वार, हल्द्वानी, कोटद्वार और उधम सिंह नगर में अवैध मजारों की भरमार है।